अंधविश्वास: झाड फूंक के चक्कर में लगे रहे परिजन, महिला की सर्पदंश से हो गई मौत
- जनवरी से अब तक 1 सौ से ज्यादा को सर्पदंश
- जड़ी बूटी से इलाज के चक्कर में महिला की मौत
डिजिटल डेस्क, नागपुर. झाड फूंक और जड़ी बूटी से इलाज के चक्कर में एक महिला की सर्पदंश से मौत हो गई। सोमवार दोपहर महिला को रसेल वाइपर डस लिया था। जिसके बाद महिला को अस्पताल न भेजते हुए झाड फूंक और जड़ी बूटी का इलाज कराया गया था। ऐसे में मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई। जिले के मौदा स्थित खंडाला गांव की है। मृतका का नाम कल्पना बोंद्रे है। यह जानकारी वाइल्ड लाइफ वेलफेयर सोसायटी के सदस्य नितीश भांदक्कर ने दी। उन्होंने बताया कि, सही समय पर इलाज नहीं मिलने से महिला की मौत हो गई। बारिश के दिनों में जहरीले सांप बिल में पानी भरने से बाहर निकल जाते हैं।
सही समय पर इलाज मिलने पर जान बच सकती है, लेकिन कई बार लोग अनदेखा कर झाड फूंक या जड़ी बूटी का इलाज करते हैं। जिसके कारण उनकी मौत हो जाती है। कुछ इसी तरह का मामला होने से महिला की जान चले गई। जानकारी के अनुसार महिला खेत में काम कर रही थी, तभी उसे सांप ने डस लिया। जिसके बाद उसे अस्पताल में न ले जाते हुए, झाड फूंक करने वाले के पास लेकर जाया गया। जहां महिला के पैर पर जड़ी-बूटी का लेप लगाया गया था। इसके बाद उसे घर जाकर सोने के लिए कहा गया, लेकिन घर जाने के बाद रात में उसकी तबियत ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद सर्पमित्रों को जानकारी दी गई। तब तक काफी देर हो गई थी। सुबह रामटेक के एक अस्पताल में महिला को मृत घोषित कर दिया गया। इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। ऐसे में सर्पदंश को लेकर जागरुकता की बेहद जरुरत बन रही है।
जनवरी से अब तक 1 सौ से ज्यादा को सर्पदंश
वाइल्ड लाइफ वेलफेयर सोसायटी की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 9 महीने में यानी जनवरी से अब तक स्नेक बाइट के 1 सौ से ज्यादा मामले सामने आए हैं। जिसमें कुछ लोगों की मौत हो चुकी है। बताया गया कि अधिकतम मामले घर में सोते वक्त सांप के काटने से हुए है। ऐसे में जमीन पर न सोने की अपील सर्पमित्रों द्वारा की जा रही है। सांप कोल्ड ब्लडेड जीव होता है। जिसके कारण गर्मी की तलाश में जमीन पर सो रहे लोगों के बिस्तर में घुसने की कोशिश करता है। ऐसे में हलचल होने पर वह जमीन पर सोते हुए लोगों को डस लेता है।