निशाना: फडणवीस बोले - मुझे जेल भेजने का षड़यंत्र रचा गया था, परमबीर ने सच कहा है
- देशमुख का सवाल-15 दिनों तक चुप क्यों थे
- फडणवीस का आरोप
- मुझे जेल भेजने का षड़यंत्र रचा गया था
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गृहमंत्री देेवेंद्र फडणवीस व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के बीच आराेप प्रत्यारोप का दौर जारी है। फडणवीस ने कहा है-महाविकास आघाडी सरकार के समय मेरे को गिरफ्तार करने का षड़यंत्र रचा गया था। परमबीरसिंह ने मेरे बारे में जो कुछ कहा है वह सत्य है। इस पर देशमुख ने सवाल किया है कि फडणवीस 15 दिनों तक चुप क्यों रहे।
4 बार किया प्रयास
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीरसिंह ने कहा है कि महाविकास आघाडी सरकार के समय देवेंद्र फडणवीस को जेल भेजने का प्रयास किया गया था। तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कई पुलिस अधिकारियों को परेशान कर रखा था। इसी विषय पर रविवार को फडणवीस ने कहा है कि परमबीरसिंह ने जो कुछ कहा है पूरी तरह से सत्य है। मेरी गिरफ्तारी की सुपारी महाविकास आघाडी के कुछ अधिकारियों को दी गई थी। मुझे, प्रवीण दरेकर व गिरीश महाजन को जेल में डालने का षड़यंत्र था।
एक नहीं बल्कि 4 बार मेरे को जेल भेजने का षड़यंत्र रचा गया। इस संबंध में वीडियाे व सबूत सीबीआई को दिए गए है। कुछ और भी वीडियो हमारे पास है। अधिकारियों से कहा गया था कि झूठे केस लगाकर हमें जेल भेजा जाए। हमारे सहयोगी कई नेताओं को गिरफ्तार करने की तैयारी थी। लेकिन अधिकारियों ने झूठा केस बनाने से इनकार कर दिया। कई अच्छे अधिकारी हैं। समय आने पर सभी बातों के सबूत सार्वजनिक किए जाएंगे।
चुप क्यों रहे।
पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर फडणवीस से सवाल किया है कि 15 दिनों तक चुप क्यों रहें। देशमुख ने लिखा है-मैंने 15 दिन पहले बताया था कि उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अजित पवार, अनिल परब के विरोध में शपथपत्र के लिए मेरे पर दबाव लाया गया था। मेरी बातों का तत्काल जवाब नहीं दिया गया। हत्या के आरोपी सचिन वझे और मुंबई में उद्यमी मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक रखने के मामले के सूत्रधार परमबीर को आगे करके निराधार आरोप लगा रहे हैं। वझे की बातों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने आब्जर्वेशन में यह बात साफ तौर पर कही है। परमबीर को केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए गिरफ्तार करनेवाली थी। अपने बचाव में वह भाजपा व फडणवीस की शरण में गए।