नागपुर: आडवाणी को भारतरत्न सम्मान पर जताई खुशियां, सिंधी समाज के लिए गौरव का दिन
- सिंधी समाज के लिए गौरव का दिन
- भारतरत्न सम्मान पर जताई खुशियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर. पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारतरत्न सम्मान की घोषणा को लेकर शहर में खुशियां व्यक्त की गई हैं। सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने इसे देश के लिए गौरव ठहराया है। अलायंस आफ ग्लोबल सिंधी एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोहर देव ने कहा है कि आडवाणी सही मायने में भारत के सर्वश्रेष्ठ रत्न हैं। भारतरत्न सम्मान की घोषणा उनके लिए श्रद्धा, संतोष व खुशी का अहसास पैदा करती है।
सिंधी समाज के लिए गौरव का दिन
राजनीतिक शुचिता एवं आदर्शों की दीर्घतम पारी, धैर्य व श्रेष्ठता का उदाहरण आडवाणी है। विभाजन की त्रासदी में हिंदुत्व को लेकर उन्होंने कराची से भीलवाड़ा आकर जो यात्रा की वह सभी समाज में नवचेतना भरनेवाली थी। स्वतंत्र भारत में दलीय विचारधारा से अलग आडवाणी को सभी ने सम्मान दिया है। भारतीय सिंधु सभा के संरक्षक घनश्याम कुकरेजा ने कहा है कि समाज संगठन की ओर से पहले ही आडवाणी को सर्वोत्म सम्मान की मांग की गई थी। यह भारतीय सिंधी समाज के लिए गौरव का दिन है।
राजनीति में अमिट योगदान
संघ स्वयंसेवक, जनसंघ व भाजपा के संस्थापक पदाधिकारी के तौर पर आडवाणी का भारतीय राजनीति में अमिट योगदान है। रविवार को जरीपटका में आडवाणी के लिए सम्मान उत्सव मनाया जाएगा। नागपुर विदर्भ सेंट्रल सिंधी पंचायत के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता सुरेश जग्यासी ने कहा है कि आडवाणी का व्यक्तित्व बेमिसाल है। वे भारतरत्न के पात्र ही नहीं भारतरत्न देने की स्थिति में पहुंच चुके थे। संपूर्ण सिंधी व भारतीय समाज के लिए गर्व की बात है।
आडवाणी के रूप में देश को सम्मान मिला
आडवाणी ने सदैव समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास की बात कही है। विधायक कृष्ष्णा खोपड़े ने कहा है कि आडवाणी के रूप में देश को सम्मान मिला है। आडवाणी के नेतृत्व में रथयात्रा ने देश की भावना को ऊर्जा दी। रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण का स्वप्न खुली आंखों से देखा गया। अयोध्या में मंदिर निर्माण में आडवाणी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंदन गोस्वामी ने कहा है कि आडवाणी को भारतरत्न सभी का सम्मान है। सिंधी समाज व देश का गौरव है।