बदला मौसम: नागपुर में मौसम की गुगली, बीड और हिंगोली जिले में चला भारी बारिश का दौर
- भारी बारिश तो हुई नहीं अच्छी धूप खिली
- मौसम की गुगली
- चकराए विशेषज्ञ
- मूसलाधार बारिश से पानी-पानी हुआ बीड जिला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब के कारण उपराजधानी समेत विदर्भ के कई जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी मौसम विशेषज्ञों द्वारा दी गई थी, जो रविवार को गलत साबित हुई। जिले में भारी बारिश तो दूर मध्यम बारिश भी नहीं हुई। उल्टा दिन भर अच्छी धूप खली और नागपुरवासी गर्मी- उमस से परेशान होते रहे। मौसम की गुगली के आगे मौसम विशेषज्ञों के अनुमान गलत साबित हुए।
बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब शनिवार शाम को विशाखापट्टनम कोस्ट तक पहुंचा। रात को यह आंध्र प्रदेश को हिट कर विदर्भ में आने की उम्मीद थी। इसी वजह से मौसम विशेषज्ञों ने नागपुर समेत चंद्रपुर, गड़चिरोली, यवतमाल, वाशिम व अकोला जिले में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया था। रविवार को अवदाब विदर्भ के दक्षिण एरिया से जाने लगा। यानी विदर्भ के निचले एरिया से मूवमेंट होने से गडचिरोली, चंद्रपुर, यवतमाल, वाशम व अकोला में भारी बारिश हो सकती है, लेकिन नागपुर जिले में रविवार रात तक भारी बारिश होने की संभावना नहीं है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान कई बार गलत साबित हुआ है।
शनिवार की तरह रविवार को भी नागपुर वासी दिन भर गर्मी व उमस से परेशान रहे। तापमान औसत से अधिक रहा। धूप के कारण चिपचिपाहट व गर्मी महसूस हो रही थी। पंखे भी गर्म हवा दे रहे थे।
यहां है अवदाब का लोकेशन
मौसम विशेषज्ञों की माने तो अवदाब का लोकेशन दक्षिण छत्तीसगड़, दक्षिम ओडिसा व उत्तर आंध्र प्रदेश बना हुआ है। इसकारण नागपुर जिले में भारी बारिश की संभावना कम हो गई है। विदर्भ के कुछ जिलों में जरूरी 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है।
मूसलाधार बारिश से पानी-पानी हुआ बीड जिला
उधर बीड जिले के माजलगांव, गेवराई, आष्टी, पाटोदा, परली वैद्यनाथ, अंबाजोगाई, केज, सिरसाला, किल्ले धारूर, वडवणी सहित कई तहसीलों में रविवार सुबह से लेकर रात तक मूसलधार बारीश हुई। इसके चलते नदियां-नाले उफान पर हैं। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह से जोरदार बारिश हुई। जो शाम तक बंद नहीं हुई। दिन भर जारी बारिश के चलते बांध ओवरफ्लो होने लगी।
हिंगोली जिले में एक पखवाड़े से रुकी वर्षा देर रात से जबरदस्त शुरु
इधर हिंगोली जिले में एक पखवाड़े से रुकी वर्षा देर रात जबरदस्त शुरु हो गई। 1 सितंबर की दोपहर 3 बजे तक रिकार्डतोड़ बारिश हुई। 18 घंटों तक हुई मुसलाधार बारिश के चलते शहर में पानी ही पानी हो गया। नाले का पानी बांगर नगर और रानी सती नगर के घरो में घुस गया। इंदिरा नगर, मस्तानशाह नगर, ऑजम कॉलोनी, नगर पालिका कॉलोनी, तोपखाना, गाडीपुराके घरो में पानी घुस गया।
पुर्णा नदी के किनारे स्थित गांवों को सतर्कता करने का निर्देश
सिद्धेश्वर बांध में बेहद तेजी से पानी आने लगा। देखते ही देखते शतप्रतिशत पानी भरा। कयाधु का पानी तटबंध तोड़कर निवासी क्षेत्रों की ओर बढ़ा, पुलों से पानी बहने लगा। शहर के निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी अभिनव गोयल ने बताया है कि जिला प्रशासन निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है । उन्हें आश्रय तथा भोजन-पानी उपलब्ध कराया गया है। 2 सौ से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाकर भोजन की व्यवस्था की गई।