अनदेखी: सितंबर में परीक्षा और अभी तक नहीं आया परिणाम
- कृषि विभाग में 47 फीसदी पद रिक्त
- भरती करने शासन गंभीर नहीं
- अभी तक नहीं आया परिणाम
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भारत कृषि प्रधान देश है। कृषि व्यवसाय को देश के अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। जिस व्यवसाय पर देश के अधिकांश नागरिकों की आजीविका निर्भर है, उस क्षेत्र में कर्मचारियों के रिक्त पद भरने में सरकार गंभीर नहीं है। नागपुर संभाग में कृषि विभाग के 47 फीसदी पद रिक्त हैं। वहीं राज्य में रिक्त पदों का प्रमाण 39 फीसदी है। अन्य संभागों के मुकाबले नागपुर विभाग में रिक्त पदों का प्रमाण अधिक है।
विभाग के सामने बड़ी चुनौती
कर्मचारियों की कमी के चलते कृषि विभाग की योजनाएं किसानों तक पहुंचाना विभाग के सामने बड़ी चुनौती है। वहीं प्रशासकीय व लेखा संबंधित काम का समय पर निपटारा करने में विलंब हो रहा है। महाराष्ट्र राज्य कृषि विभाग समन्वय महासंघ की ओर से समय-समय पर अवगत कराने के बावजूद सरकार के कान में जूं नहीं रेंगी।
कर्मचारी भरती महज दिखावा
कृषि विभाग में रिक्त पदाें पर भरती का अप्रैल महीने में विज्ञापन जारी किया गया। सितंबर महीने में परीक्षा ली गई। अभी तक परिणाम की घोषणा नहीं हुई। कृषि सेवक पद का विज्ञापन जारी कर 6 महीने हो गए। अभी तक परीक्षा का टाइम-टेबल जारी नहीं हुआ। कर्मचारी सेवानिवृत्त होने का सिलसिला चालू है। रिक्त पद नहीं भरे जाने फिल्ड वर्क तथा कार्यालयीन कामकाज पर प्रतिकूल परिणाम हो रहा है। सरकार कर्मचारी भरती का महज दिखावा कर रही है।
रिक्त पद न भरने पर करेंगे आंदोलन
ज्ञानेश्वर तसरे, अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य कृषि विभाग समन्वय महासंघ के मुताबिक सरकार को समय-समय पर रिक्त पद तथा कामकाज में हो रही दिक्कतों से अवगत किया गया। भरती प्रक्रिया जल्द करने पर ही कामकाज को गति मिल सकती है। रिक्त पद तत्काल नहीं भरने पर किसानों के हित में राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
संभागवार कर्मचारियों की स्थिति
संभाग मंजूर पद कार्यरत रिक्त पद
नागपुर 3915 2062 1853
आयुक्तालय 831 372 459
पुणे 3705 2463 1242
कोल्हापुर 2680 1653 1027
ठाणे 3085 1611 1474
नाशिक 3324 1928 1396
औरंगाबाद 2482 1524 958
लातूर 3377 2287 1090
अमरावती 4103 2705 1398
कुल 27502 16605 10897