नागपुर: अतिक्रमणकारियों ने निगल रखी है सड़क और तमाशबीन बने नजर आ रहे सरकारी विभाग
- किसी भी तरफ से चलने का रास्ता नहीं मिलता
- जिसकी जहां मर्जी वहीं कर रहा अतिक्रमण
- 3 किलोमीटर लंबाईवाला डीपी प्लान में मंजूर भंडारा रोड 24 साल से बन नहीं पा रहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेयो अस्पताल चौक से सुनील होटल तक मात्र 3 किलोमीटर लंबाईवाला डीपी प्लान में मंजूर भंडारा रोड 24 साल से बन नहीं पा रहा है। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने 29 जून 2023 को अधिकारियों की बैठक लेकर पुराना भंडारा रोड निर्माण का काम करने का निर्देश दिया था। 23 जुलाई को विधायक विकास कुंभारे, विधायक प्रवीण दटके व विधायक कृष्णा खोपडे समेत अन्य राजनेताओं ने इसका भूमिपूजन किया। काम शुरू हुए 180 दिन हो चुके हैं। शुरुआती दिनों में काम शुरू होने के बाद अचानक काम बंद हो गया। 200 मीटर की भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। बता दें कि इस रोड के निर्माण के लिए 7 जनवरी 2000 को डीपी प्लान अंतर्गत मंजूरी मिली थी। 24 साल में आबादी के साथ वाहन, दुकानें सब बढ़ चुके हैं। पहले से संकरी सड़क पर अब अतिक्रमणकारियों के चलते आम लोगों को आवाजाही मुश्किल हो चुका है।
जिसकी जहां मर्जी वहीं कर रहा अतिक्रमण
भंडारा रोड मध्य नागपुर के अति व्यस्ततम व्यापारिक क्षेत्र का प्रमुख मार्ग है। इसके आसपास पुरानी बस्तियां और विविध सामग्रियों की होलसेल मंडियां हैं। यहां अतिक्रमण की शुरुआत दुकानों के ओटे और ऊपर में बढ़ी हुई छत से होती है। 2 से 5 फीट का कांक्रीट या लोहे के ओटे बनाए गए हंै। इसके बाद उनके वाहन खड़े होते हंै। दुकानदार और ग्राहकों के वाहनों के अलावा हाथठेले, मालवाहक ठेले, खानपान के ठेले आदि के अड्डे बन चुके हैं। ई- रिक्शा नई मुसीबत के तौर पर हर गली में खड़ेे रहते हैं। ऑटोचालकों का कहीं भी ठहराव होता है। वहीं फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले सड़कों पर माल फैला देते हैं। जिनकी पक्की दुकानें हैं, वे भी दुकान की सामग्री सड़कों पर लगा देते हंै। आवाजाही के लिए आठ-दस फीट का भी रास्ता नहीं छोड़ा जाता। अकेले भंडारा रोड पर गंाजाखेत चौक से मारवाड़ी चौक तक यही हाल रहता है। तीन नल चौक से शहीद चौक की तरफ जाने वाले मार्ग पर सुबह 10 से रात 9 बजे तक सामान्यजनों के लिए रास्ता ही नहीं बचता। मध्य नागपुर विकास आघाडी के भूषण दडवे व पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष रवि पैगवार ने भंडारा रोड चौड़ा करने के लिए प्रयास किया। 190 संपत्तियां अधिग्रहण के लिए मुक्त की गई है। संपत्ति मालिकों को मुआवजा दिया गया है। बावजूद इसके रोड तैयार नहीं हो रहा है। अधिकतर संपत्ति मालिक और वहां के किराएदार दोनों ने जगह खाली नहीं की है।
किसी भी तरफ से चलने का रास्ता नहीं मिलता
भंडारा रोड से सटे आसपास के रास्तों की बात करें तो बोहरा मस्जिद रोड, बोहरा मस्जिद के आसपास की दुकानों का अतिक्रमण, बाहर से आने वाले लोगों की कपड़े, जूते आदि की सड़कों पर दुकानें, जहां-तहां अवैध रूप से बने पार्किंग के अड्डे, भंडारा रोड के भीतरी रास्ते तीन नल चौक से भिसीकर मोहल्ला, मच्छीसाथ से भिसीकर मोहल्ला रोड, बाटा कंपनी से खापरीपुरा रोड, हैंडलूम मार्केट, पुलिस क्वार्टर के सामने, नंगा पुतला से तीन नल चौक, नंगा पुतला से पोस्ट ऑफिस रोड, पोस्ट ऑफिस रोड से सराफा बाजार और शहीद चौक तक, पोस्ट ऑफिस के सामने धारस्कर रोड, धारस्कर रोड से भंडारा रोड, धारस्कर रोड से खापरेपुरा रोड, कसार भवन के सामनेवाला क्षेत्र, खापरीपुरा हनुमान मंदिर से लेकर भिसीकर मोहल्ला हनुमान मंदिर तक, खापरीपुरा के पटांगण नामक खुले मैदान पर अवैध पार्किंग का अड्डा समेत भंडारा रोड से सटे सभी छोटे-बड़े आवाजाही के रास्ते अतिक्रमण, अन्य वाहन, ठेले, टपरियां, दुकानदारों के ओटे आदि से पटे हैं। जो रास्ते पहले आवाजाही के लिए सुलभ हुआ करते थे, अब वे रास्ते पैदल चलने लायक भी नहीं है। अतिक्रमण विभाग द्वारा नियमित कार्रवाई नहीं किए जाने से हौसले बुलंद है। एक-दो दिन कार्रवाई के बाद विभाग कार्रवाई बंद कर देता है। इसके कारण हालात पहले जैसे ही हो जाते है। भंडारा रोड और आसपास के निवासी इस समस्या को लेकर परेशान हैं। यहां रोज अतिक्रमण को लेकर विवाद होता है।
नियमित कार्रवाई होगी
संजय कांबले, अधीक्षक, प्रवर्तन विभाग मनपा के मुताबिक इस संबंध में जानकारी नहीं हाेने से कार्रवाई नहीं हुई । एक-दो दिन में भंडारा रोड और आसपास के क्षेत्रों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस क्षेत्र में अतिक्रमण न हो इसलिए नियमित कार्रवाई की जाएगी।