नागपुर: चुनावी खर्च तय, शाकाहारी भोजन 112 रुपए, 224 रुपए में मांसाहारी- खर्च जानकारी
- एक कप चाय 8 रुपए, कॉफी 13 रुपए में
- प्रचार में आटो का खर्च 672 रुपए, रिक्शा 336 रुपए और ड्राइवर 504 रुपए
- तय समय में मांगी चुनाव खर्च की पूरी जानकारी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. चुनाव आयोग ने चुनाव में प्रचार में लगने वाले वाहन, व्यंजन व जरूरी सामानों की दरें तय कर दी हैं। एक आदमी के लिए शाकाहारी भोजन 112 रुपए आैर मांसाहारी भोजन के लिए 224 रुपए शुल्क तय किया है। इसी तरह एक कप चाय की कीमत 7 रुपए 84 पैसे, कॉफी 13 रुपए 44 पैसे आैर एक गिलास लस्सी की कीमत 22 रुपए 40 पैसे तय की गई है। चुनाव प्रचार रैली में बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल व आटो का इस्तेमाल होता है। प्रति दिन एक मोटरसाइकिल का शुल्क 201 रुपए व साइकिल का दर 67 रुपए तय किया गया है।
एक गांधी टोपी 5 रुपए : चुनाव में टोपी का विशेष महत्व होता है। हर उम्मीदवार अपनी-अपनी पार्टी की टोपी बनाता है। इस पर पार्टी का नाम व चिन्ह होता है। एक गांधी टोपी की कीमत 5 रुपए 37 पैसे आैर पनामा टोपी की कीमत 16 रुपए 12 पैसे तय की गई है। जितनी सामग्री इस्तेमाल होगी, उसका हिसाब चुनाव खर्च निरीक्षक को देना है।
95 लाख तक खर्च किया जा सकता है : लोक सभा चुनाव में एक उम्मीदवार 95 लाख तक का खर्च कर सकता है। चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों द्वारा प्रचार में उपयोग करने वाले वाहन, सामग्री, रैली, प्रचार में लगे लोग, खान-पान, चाय-कॉफी, लस्सी, कोल्ड ड्रिक्स, स्नैक्स, बेडशीट, गद्दी व टोपी का रेट तय कर दिया है। प्रचार में लगने वाला एक दिन का आटो रिक्शा 672 रुपए, साइकिल रिक्शा 336 रुपए, मोटरसाइकिल 201 रुपए, साइकिल 67 रुपए, एक दिन के लिए एक तकिए के साथ बेड शीट का शुल्क 11 रुपए, एक दिन के लिए एक गद्दी 8 रुपए, वाहन का ड्राइवर एक दिन का शुल्क 504 रुपए आैर प्रचार में लगे एक आदमी का पारिश्रमिक 392 रुपए और प्रति व्यक्ति स्नैक्स 28 रुपए तय किया गया है।
5, 10 व 16 अप्रैल को पेश करना है चुनाव खर्च का ब्योरा
लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को अपने खर्च की जानकारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर और तय फार्मेट अनुसार खर्च नियंत्रण कक्ष में जमा करनी होगी। निर्वाचन विभाग ने खर्च के संबंध में निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करने की अपील की है। प्रशिक्षण के दौरान प्रत्याशियों ने अपने चुनाव खर्च से संबंधित विभिन्न सवाल किए आैर जवाब जाना। उम्मीदवारों को 5, 10 व 16 अप्रैल को खर्च का ब्योरा प्रस्तुत करना है। उम्मीदवारों को हर दिन के खर्च का ब्यौरा मेंटेन करना है आैर चुनाव खर्च निरीक्षक इन खर्चों को क्रास चेक भी करेंगे।
तरीके बताए : नागपुर और रामटेक से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न वितरित किए गए हैं। आवंटन के बाद चुनाव खर्च, गैर-अनुपालन के परिणामों के संबंध में आयोग के सभी कानूनी प्रावधानों और निर्देशों को समझाने के लिए हाल ही में बैठक हुई। इस बैठक में उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों को चुनाव खर्च के प्रकार, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951, उम्मीदवारों को चुनाव खर्च की सीमा, उम्मीदवारों द्वारा खर्च करने के तरीके, उम्मीदवार द्वारा रखे जाने वाले चुनाव खर्च के रजिस्टर के बारे में जानकारी दी गई।
ये हुए शामिल : नागपुर लोकसभा क्षेत्र के चुनाव खर्च निरीक्षक गुरु भाष्यम, रामटेक लोकसभा क्षेत्र के चुनाव खर्च निरीक्षक मनीष द्विवेदी और अनुनय भाटी, रामटेक लोकसभा क्षेत्र के चुनाव निर्णय अधिकारी तुषार ठोंबरे, नागपुर के खर्च नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी विलीन खडसे, रामटेक खर्च नियंत्रण कक्ष की नोडल अधिकारी सीमा नन्होरे के साथ उम्मीदवार, उनके चुनाव प्रतिनिधि, खर्च प्रतिनिधि प्रशिक्षण में शामिल हुए।