परेशानी का सबब: रिक्त पदों के चलते ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमराई, जाना पड़ रहा निजी अस्पताल

  • उपचार के लिए मरीजों को जाना पड़ रहा निजी अस्पताल
  • अनाप-शनाप बिल के चलते ग्रामीण परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-10 13:05 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों पर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवा देने की जिम्मेदारी है। लेकिन अनेक स्वास्थ्य केंद्रों पर मनुष्यबल का अभाव होने से वहां की स्वास्थ्य सेवा चरमरा चुकी है। रिक्त पदों के कारण अन्य कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ चुका है। परिणामस्वरूप मरीजों को निजी अस्पतालों में जाकर उपचार करना पड़ रहा है।

अधिकतर उप स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर नहीं

जिले की 13 तहसीलों में 1500 गांवों के 21 लाख ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवा देने के लिए तहसील मुख्यालय से लेकर गांव तक विविध स्तरीय स्वास्थ्य केंद्र हैं। इसमें 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 316 उप स्वास्थ्य केंद्र, आयुर्वेदिक व एलोपैथी के 58 दवाखाने मिलाकर कुल 423 स्वास्थ्य केंद्र हैं। अधिकतर उप स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर नहीं होने की जानकारी है। सरकार से बार-बार पद भरती की मांग की गई है। लेकिन पद भरती पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। इस कारण अन्य कर्मचारी व डॉक्टरों पर काम का बोझ बढ़ चुका है।

अनाप-शनाप बिल के चलते ग्रामीण परेशान

ऐसी स्थिति में हमेशा अधिकारी व कर्मचारी अलग-अलग कारण बताकर केंद्र से गायब रहते हैं। परिणामस्वरूप ग्रामीणों को निजी अस्पतालों में उपचार के लिए जाना पड़ रहा है। एक तरफ सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की दयनीय अवस्था व दूसरी तरफ निजी अस्पतालों में उपचार के नाम पर अनाप-शनाप बिल के कारण ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। राज्य में 75 हजार कर्मचारियों की भरती प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग के लिए भी नियोजन किया गया है। जल्द ही इसके लिए परीक्षाएं होने की जानकारी सूत्रों ने दी है। प्रक्रिया कब तक पूरी होगी, व मनुष्यबल कब मिलेगा, इसकी अवधि निश्चित नहीं है।

संवर्ग के आधार पर पदों की स्थिति

संवर्ग                                                  मंजूर पद          रिक्त पद

अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी           03                  01

तहसील स्वास्थ्य अधिकारी                       13                  05

चिकित्सा अधिकारी गट ब                         67                 20

स्वास्थ्य पर्यवेक्षक                                   21                  02

स्वास्थ्य सेवक पुरुष                                301               138

स्वास्थ्य सेवक महिला                              512              331

प्रयोगशाला तकनीशियन                           10                  02

औषध निर्माण अधिकारी                           76                   14

स्त्री-पुरुष नर्स                                         196                 75

अंशकालीन स्त्री नर्स                                316                  25

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