नागपुर: ट्रिपल आईटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में सहस्त्रबुद्धे, इंजीनियर्स आधुनिक दुनिया के शिल्पकार

  • इंजीनियर्स आधुनिक दुनिया के शिल्पकार
  • तीसरे दीक्षांत समारोह में सहस्त्रबुद्धे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-22 13:46 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंजीनियर आधुनिक दुनिया के शिल्पकार हैं। वे समाज को समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और प्रणालियों को आकार देने के लिए जिम्मेदार हैं। वे समस्या समाधानकर्ता, नवप्रवर्तक और निर्माता हैं। नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फोरम (एनईटीएफ), नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन (एनबीए) के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे ने जोर देकर कहा कि इंजीनियर परिवर्तन के स्तंभ हैं। दीक्षांत समारोह की शुरुआत दीक्षांत समारोह कक्ष में शैक्षणिक शोभा यात्रा से हुई। संस्थान के निदेशक डाॅ. ओ.जी. काकड़े ने स्वागत भाषण दिया तथा संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दीक्षांत समारोह में कुल 324 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इसमें 5 पीएचडी छात्र, 10 एमटेक छात्र, 197 कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग-सीएसई और इलेक्ट्रॉनिक्स कम्प्यूटर इंजीनियरिंग-ईसीई छात्र, 112 सूचना संचार प्रौद्योगिकी-आईसीटी में स्नातकोत्तर छात्र शामिल थे। इस अवसर पर ट्रिपल आईटी ने सीएसई और ईसीई पाठ्यक्रमों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों को पुरस्कार भी प्रदान किए। सीएसई पाठ्यक्रम के अमन वर्मा और ईसीई पाठ्यक्रम के पवन कुमार को उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र और नकद से सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन डॉ. ऋचा माखिजानी ने किया जबकि डॉ. ओ.जी. काकड़े ने स्वागत भाषण दिया। रजिस्ट्रार कैलास डाखले ने आभार माना।

प्रगति के पीछे प्रेरक शक्ति : ट्रिपल आईटी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, वारंगा, बुटीबोरी, नागपुर में तीसरे दीक्षांत समारोह का शनिवार को आयोजित किया गया। वह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर ट्रिपल आईटी नागपुर के निदेशक डाॅ. ओ.जी. काकड़े, रजिस्ट्रार कैलास डाखले उपस्थित थे। आगे कहा कि स्नातक छात्र घर, समाज, राष्ट्र, विश्व, मातृभूमि और ब्रह्मांड की प्रगति के पीछे प्रेरक शक्ति हैं। उन्नत तकनीकि समाधानों और उद्यमशीलता कौशल की मदद से, आप समाज की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं और आशा करते हैं कि आप देश के विकास में योगदान देंगे।

 

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