नागपुर: डॉ. चौधरी के निलंबन से अधर में कौशल विकास केंद्र का उद्धाटन, 5 को करने वाले थे शुभारंभ

  • "रीचिंग-टू-अनरीच्ड' के तहत बनाया गया है
  • कौशल विकास केंद्र का उद्धाटन लटका

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-08 14:26 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शहर के दिघोरी क्षेत्र में कौशल विकास केंद्र शुरू कर रहा है। इस केंद्र के माध्यम में दिए जाने वाले प्रशिक्षण से युवाओं के लिए रोजगार व स्वरोजगार के द्वार खुलेंगे। यह केंद्र आईसीआईसीआई फाउंडेशन की मदद से विश्वविद्यालय शुरू करने वाला था। डॉ. सुभाष चौधरी 5 जुलाई को इस केंद्र का उद्धाटन करने वाले थे, लेकिन इस बीच राज्यपाल द्वारा कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी को दूसरी बार निलंबित करने और गोंडवाना विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. प्रशांत बोकारे को नागपुर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलगुरु नियुक्त करने से कौशल विकास केंद्र का उद्धाटन कार्यक्रम अधर में लटक गया है।

"रीचिंग-टू-अनरीच्ड' के तहत बनाया गया है

दिघोरी में कौशल विकास केंद्र उस भवन में शुरू किया जाने वाला है, जहां पहले लॉ कॉलेज हुआ करता था। विवि के शताब्दी वर्ष में मिशन "रीचिंग-टू-अनरीच्ड' के तहत कौशल विकास केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र में कम्प्यूटर लैब का काम पूरा हो चुका है। सोलर पैनल लैब निर्माणाधीन है। विश्वविद्यालय का आजीवन अध्ययन एवं विस्तार विभाग इस प्रशिक्षण केंद्र में कम्प्यूटर में विभिन्न प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। इसी तरह ग्राहकों को उपयोग के लिए सोलर पैनल निर्माण पर एक संपूर्ण प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान किया जाएगा। विवि के रोजगार एवं प्रशिक्षण अधिकारी डाॅ. भूषण महाजन की देख-रेख में कौशल विकास केंद्र पूरा होने वाला है।

आईसीआईसीआई फाउंडेशन के सीएसआर, नागपुर केंद्र की प्रमुख ऋचा सिंह ने छात्रों को रोजगार और स्वरोजगार प्रशिक्षण के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने में बहुमूल्य सहयोग दिया है। विवि को फाउंडेशन के सीएसआर फंड से कौशल विकास केंद्र के लिए फर्नीचर के साथ 40 कम्प्यूटर और एक संपूर्ण सोलर लैब मिलेगी। इस केंद्र में कम्प्यूटर प्रशिक्षण लैब स्थापित की गई है। सोलर पैनल लैब का कार्य अंतिम चरण में है। दो लैब और कुल 4 क्लास रूम बनाए गए हैं। इन 4 कक्षाओं के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

 

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