विवाद: विदर्भ प्रभारी के विरोध में शिकायत लेकर थाने पहुंचे जिला प्रभारी, मारपीट का आरोप
- बसपा पदाधिकारियों में विवाद
- मारपीट का आरोप
- सदर पुलिस थाने में शिकायत दी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारियों में विवाद गहराने लगा है। पार्टी के विदर्भ प्रभारी पृथ्वी शेंडे के विरोध में जिला प्रभारी राहुल सोनटक्के ने सदर पुलिस थाने में शिकायत दी है। आरोप है कि शेंडे ने शराब के नशे में सोनटक्के से मारपीट की। वरिष्ठों को सूचना देने के बाद भी शेंडे पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। दूसरी ओर यह भी दावा किया जा रहा है कि पार्टी में कुछ पदाधिकारी गुटबाजी को बढ़ावा देते हुए सोनटक्के के माध्यम से निराधार आरोप लगा रहे हैं। 50 दिन पहली की घटना का हवाला देते हुए पुलिस को भी निराधार आरोपों के माध्यम से गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है।
क्या है मामला
जिला प्रभारी सोनटक्केे ने 6 मई 2024 को सदर पुलिस थाने में शिकायत दी है। शिकायत के अनुसार घटना 17 मार्च 2024 की रात की है। लोकसभा चुनाव के लिए इच्छुक उम्मीदवार के साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही थी। प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम व अन्य पदाधिकारियों ने 16 मार्च को रविभवन में इच्छुक उम्मीदवारों से साक्षात्कार लिए थे। पार्टी पदाधिकारी अमरावती निवासी दादाराव उइके रविभवन के काटेज क्रमांक 3 में ठहरे थे। वरिष्ठ पदाधिकारियों के कहने पर सोनटक्के ,उइके के लिए भोजन लेकर गए थे। कुछ देर बाद शेंडे व उनके सहयोगी काटेज में पहुंचे। सहयोगियों में मंगेश ठाकरे, उमेश मेश्राम व योगेश लांजेवार का समावेश था। आरोप है कि शेंडे ने शराब के नशे में सोनटक्के से अभद्र व्यवहार किया। बाद में मारपीट की। दूसरे दिन मामले को आपस में सुलझा लेने का निवेदन किया गया। वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी कहा कि चुनाव कार्य में सहयोग करें। सोनटक्के को रामटेक लोकसभा क्षेत्र के लिए चुनाव प्रभारी का दायित्व दिया गया। लेकिन चुनाव के बाद फिर से मारपीट की घटना को लेकर बदनाम करने का प्रयास किया गया तो सोनटक्के को पुलिस के पास शिकायत लेकर जाना पड़ा। पुलिस ने धारा 323, 504, 506 के तहत असंज्ञेय प्रकरण दर्ज किया है। दावा किया गया है कि रविभवन के सीसीटीवी की जांच की जाए तो घटना की असलियत सामने आ जाएगी।
पार्टी हित में चुप रहा
राहुल सोनटक्के, जिला प्रभारी बसपा के मुताबिक घटना के बाद चुनाव आचार संहिता लग गई। वरिष्ठ पदाधिकारियों के कहने पर पार्टी हित में मैं चुप रहा। प्रदेश महासचिव सुनील डोंगरे सहित अन्य पदाधिकारियों का घटना के संबंध में जानकारी दी थी। अब कुछ लाेग मेरी बदनामी करने का प्रयास कर रहे हैं। मारपीट की घटना का सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे जिक्र किया जाता है कि मैं स्वयं को अपमानित महसूस कर रहा हूं। लिहाजा में पुलिस से शिकायत की है। ऐसा ही होता रहा तो कोई कार्यकर्ता संगठन में कैसे काम कर पाएगा।
बात की, धमकाया नहीं
पृथ्वी शेंडे, विदर्भ प्रभारी बसपा ने कहा कि रविभवन में मैंने सोनटक्के से बात की थी। लेकिन धमकाया नहीं। मैं एक सामान्य परिवार का सामान्य कार्यकर्ता हूं। सोनटक्के समान व्यक्ति को धमकाने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। यह अवश्य है कि हिंगणा क्षेत्र से कई कार्यकर्ताओं की शिकायत मिल रही थी कि सोनटक्के का संगठन मामले में व्यवहार ठीक नहीं है। वरिष्ठ पदाधिकारी होने के नाते मैंने उनसे कार्यकर्ताओं का सम्मान करने को कहा था। मारपीट का आरोप निराधार है। चुनाव में हमने मिलजुलकर कार्य किया है।