परेशानी: बेहाल किसानों को नहीं मिली मदद, बारिश से फसले नष्ट, मुआवजे की सिर्फ बातें
- मार्च व अप्रैल महीने में हुई बेमौसम बारिश
- बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद
- मार्च में फसल बर्बादी के पंचनामें बनाए, मदद नहीं मिली
डिजिटल डेस्क, नागपुर. मार्च व अप्रैल महीने में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई। मार्च में फसल बर्बादी के पंचनामें बनाए गए, लेकिन मदद कुछ नहीं मिली। अप्रैल में हुई बारिश से बर्बाद फसलों के पंचनामें बनाए गए, लेकिन इस बार भी किसानों को मुआवजा नहीं मिल सका।
मार्च व अप्रैल में बेमौसम बारिश से बेहाल किसानों को सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिला। फसल बर्बादी की रिपोर्ट जिलाधीश, जिप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी व जिला अधीक्षक कृषि विभाग के हस्ताक्षर से विभागीय आयुक्त से होते हुए सरकार तक पहुंचती है।
अधिकारी चुनावी मोड में
नागपुर जिले में 20 मार्च से चुनावी आचार संहिता लगी और अधिकारी चुनाव मोड पर आ गए। बेमौसम बारिश से जिले में फसलें बर्बाद हुई। प्रशासन ने पंचनामें तैयार कर सरकार से मदद दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन शासन-प्रशासन चुनाव कार्य में व्यस्त होने से मुआवजे का मुद्दा पीछे छूट गया।
राजस्व, ग्राम विकास व कृषि विभाग को मिलकर फसल नुकसान के पंचनामे तैयार करने पड़ते है और तीनों विभागों के अधिकारी-कर्मचारी चुनाव में व्यस्त हैं। मार्च व अप्रैल में हुई फसल बर्बादी को लेकर सरकार से किसानों को कोई राहत नहीं मिल सकी। पीड़ित किसान राजस्व व कृषि विभाग के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
अधिकारियों का एक ही कहना है कि प्रशासन चुनावी मोड पर है। शांति से चुनाव प्रक्रिया पूरा करना यह प्राथमिकता है।