शीतसत्र: 70 करोड़ खर्च, फिर भी 80 % विधायक होटलों में रुके
करोड़ों खर्च करने के बावजूद
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लगभग 3 करोड़ खर्च कर विधायक निवास को दुल्हन की तरह चमकाने के बावजूद मुश्किल से 20 फीसदी विधायकों को ही विधायक निवास रहने लायक लगा है। 80 फीसदी से ज्यादा विधायकों ने शहर के होटलों या अपने परिचितों के यहां रहना पसंद किया। लोक कर्म विभाग ने विधायक निवास को चमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एंट्रेस लॉबी को फाइव स्टार होटल जैसा लुक दिया गया। स्वागत कक्ष को हाईटेक बनाया गया। स्वागत कक्ष में भारत समेत पांच देशों की दीवार घडियां लगाई गई, ताकि मेहमान को दुनिया के महत्वपूर्ण देशों का समय पता चल सके।
रामगिरी, देवगिरी, मंत्रियों के कॉटेजों व इमारतों पर भारी खर्च किया गया : पीडब्ल्यूडी ने राजभवन, मुख्यमंत्री निवास रामगिरी, उपमुख्यमंत्री निवास देवगिरी व विजयगड़, रवि भवन, नाग भवन, विधान भवन, विधायक निवास, मुख्यमंत्री सचिवालय, हैदराबाद हाउस, विधान भवन, देशपांडे सभागृह, सुयोग, 160 खोली परिसर, रवि नगर वसाहत, दूध डेयरी क्वार्टरों व इमारताें की दुरुस्ती, मरम्मत, रंगरोगन व फर्निचर पर करीब 70 करोड़ खर्च किए। रवि भवन व नाग भवन मंत्रियों को रास आया। मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री व मंत्री शासकीय आवासों में रहे। विधायकों ने विधायक निवास की जगह होटलों को तवज्जो दी। अधिकतम 55 विधायक ही विधायक निवास में रहे।