आश्वासन: पांधन रास्तों का तीन साल में बदलेगा चेहरा, इस साल मिलेगी 70 करोड़ की निधि
- जमीन के पट्टे वितरण तथा विविध विकासकार्यों का भूमिपूजन
- ग्रामीण क्षेत्र में पांधन रास्ता का विशेष महत्व
- फडणवीस ने कहा- विकास के लिए निधि कम नहीं पड़ने देंगे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तीन साल में पांधन रास्तों का चेहरा बदल जाएगा। इस वर्ष जिले के पांधन रास्तों के लिए 70 करोड़ रुपए निधि उपलब्ध की जाएगी। काटोल तहसील में जमीन के पट्टे वितरण तथा विविध विकासकार्यों के भूमिपूजन समारोह में उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के विकास की हामी भरी।
ग्रामीण क्षेत्र में पांधन रास्ता का विशेष महत्व है। खेत में जाने के लिए पांधन रास्तों का उपयोग किया जाता है। अनेक वर्षों से पांधन रास्तों के लिए निधि नहीं मिलने से खस्ताहाल है। कई रास्तें अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुके हैं। किसानों को खेत में जाने के लिए रास्ता नहीं रहने से दूसरों के खेत से जाना पड़ रहा है। उसे लेकर कई बार किसानों में विवाद हो रहे हैं। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार ने तीन साल में सभी पांधन रास्तों का चेहरा बदलने का निर्णय लिया है। फडणवीस ने जिले के विकास के लिए निधि कम नहीं पड़ने देने का विश्वास दिलाया। उन्होंने बताया कि जिले में 30 हजार घरकुल का लक्ष्य रखा है। सभी पात्र लाभार्थियों को घरकुल योजना का लाभ देने का वादा किया। काटोल शहर और तहसील में भरपूर निधि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
जिला नियोजन समिति से 1200 करोड़ की निधि : जिला नियोजन समिति के माध्यम से जिले के विविध विकासकार्य किए जाते हैं। इस साल 1200 करोड़ रुपए निधि उपलब्ध कराने का आश्वस्त किया। स्थानीय एमआईडीसी में बुनियादी विकास की शुरुआत, जिले में अस्पताल आप के घर अभिनव उपक्रम चलाकर गांवों तक उपक्रम पहुंचाने का विश्वास व्यक्त किया। जमीन के पट्टे वितरण मेें पक्का और कच्चा मकान का फर्क नहीं करते हुए सभी को पट्टे वितरण करने के प्रशासन को निर्देश दिए। कार्यक्रम में विधायक चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक अनिल देशमुख, पूर्व विधायक सुधाकर काेहले, आशीष देशमुख, जिलाधिकारी डॉ. विपीन इटनकर तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रस्तावना काटोल नप मुख्याधिकारी धनंजय बोरीकर ने रखी। कैलाश खंते ने आभार माना।