नागपुर: जिस स्कूल में पिता चौकीदार उसी स्कूल में बेटी ने किया टॉप, अब इंजीनियरिंग करने की चाह
- शहर के साथ साथ स्कूल से भी तीसरा स्थान हासिल
- मां की पढ़ाई का फायदा सुहानी को हुआ
डिजिटल डेस्क, नागपुर. प्रतिभा के साथ दायरे का बंदिश नहीं हो सकता। इसे सच कर दिखाया है सुहानी येलने ने। जिस स्कूल में पिता चौकीदार हैं, उसी स्कूल में इस बेटी ने 97.80 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए न सिर्फ स्कूल में, बल्कि नागपुर शहर में संभावित थर्ड टॉपर आने का कीर्तिमान हासिल किया है। अल्केश येलने सोमलवार निकालस स्कूल में चौकीदार हैं। मूलत: बुटीबोरी शिरुल निवासी अल्केश येलने 20-22 साल पहले नागपुर शहर आए।
अल्केश पढ़े-लिखे नहीं, लेकिन पत्नी सुचिता कक्षा दसवीं तक पढ़ी है। मां की पढ़ाई का फायदा सुहानी को हुआ। परिवार स्कूल परिसर में ही रहता है। सुहानी कक्षा 1ली से इसी स्कूल में पढ़ी है। स्कूल में जो पढ़ाया जाता था, उसका रिवीजन घर आने पर मां कराती थी। सुहानी के लिए मां प्रेरणा बनी। स्कूल और शिक्षकों की मदद, मां की प्रेरणा और पढ़ाई में कड़ी मेहनत करते हुए सुहानी ने यह सफलता हासिल की है।
इंजीनियरिंग में जाना है : सुहानी
शहर सें संभावित तीसरा स्थान हासिल करने वाली सुहानी येलने ने कहा की मैं नियमित 4 से 5 घंटे पढ़ाई करती थी। स्कूल में जो भी पढ़ाया गया उसका घर में रिवीजन करती थी। मेरी पढ़ाई के लिए मां ने कड़ी मेहनत ली है, साथ स्कूल और शिक्षक की मदद से पढ़ाई आसान हो गई। सुहानी ने बताया कि भविष्य में उसे इंजीनियरिंग क्षेत्र में भविष्य बनाना है।