साइबर फ्रॉड: पिता की सेवानिवृत्ति राशि बेटी ने ऑनलाइन टास्क में लगा दी
- साइबर अपराधी ने लगाया 10.63 लाख का चूना
- पैसे मिलते ही लालच बढ़ने लगी
- झांसे में लिया
डिजिटल डेस्क, नागपुर. नासमझी और लालच में आकर एक युवती ने पिता के सेवानिवृत्ति की रकम साइबर अपराधी को दे दी। टास्क पूरा करने और निवेश का झांसा देकर अपराधी ने उसे लाखों रुपए से चूना लगा दिया है। एमआईडीसी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। वानाडोंगरी शुभलक्ष्मी नगर निवासी हर्षा रवींद्र समुद्रवार (23) ने बीएससी तक शिक्षा प्राप्त की है। उसके पिता चतुर्थ श्रेणी पद से रिटायर हुए हैं। सेवानिवृति के बाद मिली रकम उन्होंने खुद के बैंक खाते में जमा कर रखी है। 27 सितंबर से 24 नवंबर 2023 के दरमियान हर्षा के वाट्सएप नंबर पर कृष्णा 8332 टेलिग्राम आईडी से मैसेज आया। अपराधी ने उसे इस ग्रुप का सदस्य बनाया था। ग्रुप में और भी सदस्य थे, जो टॉस्क और कमाई की चर्चा करते थे। हर्षा के मन में भी लालच जाग गया। टास्क पूरा करने पर अच्छा-खासा लाभ मिलने का लालच दिया गया। प्रारंभिक तौर पर टास्क की रकम हर्षा के खाते में जमा हो गई थी।
फिर ऐसे लिया झांसे में
उससे ज्यादा लाभ कमाने के लिए उसे ज्यादा से ज्यादा रकम निवेश करने को कहा गया। निवेश के लिए हर्षा के पास रुपए नही थे, लेकिन उसे पता था कि पिता के खाते में लाखों रुपए जमा हैं। पिता का एमटीएम कार्ड हर्षा को पता था और उसका कोड भी वह जानती थी। चोरी-छिपे पिता के खाते से रकम निकालकर वह साइबर अपराधी के बताए गए खाते में जमा करती जा रही थी। कुछ ही दिन में उसने 10 लाख 63 हजार रुपए निवेश किए, लेकिन इससे उसे कोई लाभ नहीं हुआ। इस बीच अचानक खाते से लाखों रुपए की रकम गायब होने से घर में हंगामा खड़ा हो गया। प्रकरण की सच्चाई बाहर आई, तो मामला थाने पहुंचा। शनिवार को साइबर अपराधी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक आरोपी के बारे में कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। बरामद नंबर के आधार पर खोजबीन जारी है।