नागपुर: क्राइम ब्रांच के अधिकारियोें ने दस्ता प्रमुखों काे लगाई फटकार, पेश हुए कर्मचारी
- वरिष्ठ अधिकारियों के सामने पेश हुए कुछ कर्मचारी
- कुछ कलेक्टर (वसूलीबाज) को बुलाया
- कुरियर से मंगाया जा रहा गांजा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में नशे के कारोबार पर लगाम लगाने में क्राइम ब्रांच सहित अन्य दस्तों की पकड़ ढीली पड़ती जा रही है। यही कारण है कि, शहर मेें नशे का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है। इसे लेकर कुछ कर्मचारियों को क्राइम ब्रांच कार्यालय में भी तलब किया गया था, इनमें से कुछ को सुधरने की नसीहत के साथ ही फटकार भी लगाने की जानकारी सामने आई है।
जल्द खुल सकती है पोल : सूत्रों के अनुसार पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल चाहते हैं कि, शहर से नशे का कारोबार जड़ से खत्म हो, लेकिन यह तभी संभव है, जब पुलिस पूरी इमानदारी से धरपकड़ शुरू करेगी। बताया जा रहा है कि, क्राइम ब्रांच और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के साथ पुलिसकर्मियों के दोस्ताना संबंध का पता लगाने के लिए डम डाटा और कुछ के मोबाइल का सीडीआर निकालने की तैयारी में है। इससे यह पता चलेगा कि, कौन सा पुलिसकर्मी, किस नशे के कारोबारी से जुड़ा है, इससे सारी पोल खुलकर सामने आ जाएगी।
कई पुलिसकर्मियों ने चुप्पी साधी : शहर के सीताबर्डी, गिट्टीखदान, एमआईडीसी, हिंगना, तहसील सहित पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक नशे के कारोबार में कई लोगों के लिप्त होने की चर्चा के बाद भी एनडीपीएस और अन्य दस्तों में कार्यरत पुलिसकर्मियों की खामोशी को लेकर कई तरह की अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है। इनमें से कई लिप्त लोगों के खिलाफ पहले मामले दर्ज होने की भी चर्चा है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पुराने नशे के कारोबारियों के बारे में भी पता लगाने काे कहा है कि, अगर वह नशे के कारोबार से दूर हो गए हैं, तो दूसरा कौन सा कारोबार कर रहे हैं। इसकी जानकारी मांगी गई है।
कुछ कलेक्टर (वसूलीबाज) को बुलाया : शहर के हर कोने में फैले नशे के कारोबारियों की तलाश करने का निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से मिल चुका है। इतना ही नहीं, पुलिस विभाग में विविध दस्तों में कार्यरत रहने के बाद भी कलेक्टर (वसूलीबाज) का काम करने वाले कुछ कर्मचारियों के नाम सामने आने पर हड़कंप मच गया है। इनका बुलावा आने पर सारे राज से पर्दा हट जाएगा। जानकारी के अनुसार नशे के पनपते कारोबार से पर्दा उठाने के लिए जल्द ही कुछ कलेक्टरों को पुलिस आयुक्तालय के क्राइम ब्रांच में बुलाने की जानकारी सामने आई है।
कुरियर से मंगाया जा रहा गांजा : शहर में कुरियर के माध्यम से गांजा मंगाया जा रहा है। नागपुर में 100 से अधिक स्थानों पर कुरियर कंपनियां संचालित हो रही हैं। पुलिस विभाग का एनडीपीएस दस्ता कभी इन कुरियर कंपनियों में आकस्मिक निरीक्षण करने नहीं जाता है। इस अवैध धंधे से जुड़े कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, क्राइम ब्रांच में एनडीपीएस सहित 9 अलग-अलग दस्ते काम करते हैं, जिन्हें हर माह मोटी रकम देने की बात की गई। तय की गई तारीख पर रकम नहीं मिलने पर धमकाने के लिए कार्रवाई की जाती है। चर्चा यह भी है कि, हुक्का पार्लर, ढाबे, रेस्टाेरेंट, अवैध शराब विक्रेताओं से भी अवैध उगाही की जाती है।