नागपुर: विद्यापीठ में बनेगा देश का पहला ऊर्जा पार्क

  • सरकार ने दी प्रशासनिक मंजूरी शोध संस्था
  • वोकल फॉर लोकल पर रहेगा जोर
  • औद्योगिक समूहों में बढ़ेगा समन्वय

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-06 13:53 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर बनाए जाने वाले तकनीकी शिक्षा और ऊर्जा पार्क को सरकार की ओर से प्रशासनिक मंजूरी दे दी गई है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने 1 नवंबर को शासन निर्णय जारी करते हुए 44 करोड़ 12 लाख 43 हजार रुपए के प्रशासकीय कार्य की मंजूरी दी है। इसलिए संभावना है एक दो सालों में पार्क का निर्माण कार्य पूरा होगा। विद्यापीठ और विभिन्न शोध संस्थानों और औद्योगिक समूहों के बीच समन्वय बढ़ाने वाला यह देश का पहला पार्क होगा।

ऐसे बढ़े कदम : विद्यापीठ के शताब्दी वर्ष में भविष्य के विकास की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए कुछ नई परियोजनाओं का निर्माण शुरू किया है। इसी परियोजना के तहत नागपुर विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी ने अमरावती मार्ग पर महात्मा ज्योतिबा फुले शैक्षणिक क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा एवं ऊर्जा पार्क बनाने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था। विद्यापीठ इस पार्क के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना, वोकल फॉर लोकल संकल्पना के आधार पर स्थानीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर जोर दिया जाएगा। यह पार्क देश के विभिन्न प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के महत्वपूर्ण विशेषज्ञों और व्यक्तियों से मेल खाएगा।

तकनीकी शिक्षा का इतिहास और भविष्य की चुनौतियां और आगे बढ़ने का रास्ता भी इसमें शामिल किया जाने वाला है। विद्यापीठ ने भेजे इस प्रस्ताव पर जुलाई माह में उच्चायुक्त समिति की बैठक हुई। समिति के सुझाव के अनुसार आखिरकार 1 नवंबर को राज्य सरकार ने निर्णय लेते पार्क को प्रशासनिक मंजूरी दी है।

ऐसा रहेगा ऊर्जा पार्क : जी प्लस 2 नाम की एक बिल्डिंग, दो बड़े हॉल, कार्यालय और अन्य, पहले हॉल में विज्ञान और तकनीकी का इतिहास, दूसरे हॉल में सेमिनार, थिंक टैंक मीटिंग होगी।

Tags:    

Similar News