विकास: ऑटोमोबाइल उद्योग का 10 प्रतिशत से भी अधिक की गति से हो रहा विकसित - गडकरी
- ऑटोमोबाइल उद्योग में मांग तेजी से बढ़ी
- उद्योग के कार्यों की सराहना
- भारत जल्दी ही जैव विमान ईंधन का उपयोग शुरु करेगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश का ऑटोमोबाइल उद्योग 10 प्रतिशत से भी अधिक की गति से विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि उन्नत सड़क बुनियादी ढांचा और हरित राजमार्गों के कारण ऑटोमोबाइल उद्योग में मांग तेजी से बढ रही है।
ऑटोमोबाइल डीलर संघों के महासंघ द्वारा गुरुवार को यहां आयोजित ऑटो रिटेल कॉन्क्लेव में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने भारत को विश्व का नंबर वन ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र बनाने का फैसला किया है और यही वजह है कि विश्व के प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल ब्रांड भारत में मौजूद है।
ऑटोमोबाइल उद्योग के कार्यों की सराहना करते हुए गडकरी ने कहा कि आज भारत विश्व का छठा सबसे बड़ा यात्री वाहन विनिर्माता, चौथा सबसे बड़ा वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता, दूसरा सबसे बड़ा दो पहिया वाहन बनाने वाला और विश्व का सबसे बड़ा तिपहिया वाहन निर्माता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत जल्दी ही जैव विमान ईंधन का उपयोग शुरु करेगा। उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बना वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन प्रदूषण रोकने के लिए वैकल्पिक ईंधन को बढावा देने का प्रयास है। उन्हें उम्मीद है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर के हितधारक भारत को 50 खरब की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
दोपहिया वाहनों पर जीएसटी 28 से 18 प्रतिशत किया जाए
इस दौरान वाहन डीलर संघों के महासंघ के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री से कम कीमत वाले दोपहिया वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) दर को 28 से घटाकर 18 प्रतिशत करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह उद्योग कोविड़ महामारी के प्रभावों से अभी तक उबर नहीं पाया है।