शीत सत्र की तैयारी...: ठेकेदार 35 फीसदी कम में भी ले रहे काम
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शीत सत्र को देखते हुए विधान भवन, रवि भवन, नाग भवन, रामगिरी, देवगिरी, विधायक निवास व मुख्यमंत्री सचिवालय को चमकाने की योजना बनाई जा रही है। कुछ जगहों पर मरम्मत व दुरुस्ती का काम शुरू भी हो गया है। वीवीआईपी इमारतों के साथ ही शासकीय भवन व आवासों को चमकाने पर करीब 100 करोड़ खर्च हो सकते हैं। जबरदस्त प्रतिस्पर्धा के चलते ठेकेदार 35 फीसदी तक बिलो रेट में काम ले रहे हैं।
करोड़ों के काम होने हैं
शीत सत्र के लिए लोक कर्म विभाग की तरफ से हर साल शासकीय इमारतों व आवासों को चमकाया जाता है। यह हर साल नियमित रूप से मेंटेनेंस होने से इमारतों की गुणवत्ता बहुत ज्यादा खराब नहीं होती। गुणवत्ता सामान्य रहने से इसे चमकाने में ज्यादा परेशानी नहीं होती। कोरोना काल में दो साल को छोड़ दिया जाए तो हर साल वीवीआईपी परिसरों को चमकाने पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। मरम्मत, दुरुस्ती, निर्माणकार्य के अलावा पेंटिंग, इंटीरियर, फर्निचर, सैनिटरी व इलेक्ट्रिक फीटिंग का काम किया जाता है। सभी काम हर साल होने से यह पूरी तरह खराब नहीं होता। 35 फीसदी तक बिलो रेट में घाटा होने का खतरा दिखाई देता है, लेकिन घाटे में यहां कोई काम नहीं करता। इसके अलावा अधिकारियों पर भी ठेकेदार को ध्यान रखना पड़ता है। इस साल