विदर्भ: प्रीपेड मीटर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का षडयंत्र - मासुरकर
- 65 लाख प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने की तैयारी
- मासुरकर का बयान
- उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का षडयंत्र
डिजिटल डेस्क, नागपुर. विदर्भ में 65 लाख प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने की तैयारी शुरू है। नागपुर विभाग अंतर्गत मॉन्टेकार्लो व अमरावती विभाग अंतर्गत जीनस नामक विदेशी कंपनियों को प्रीपेड मीटर लगाने का ठेका दिया गया है। यह उद्योगपतियों का फायदा पहुंचाने का षड़यंत्र बताते हुए जय विदर्भ पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष मुकेश मासुरकर ने विदर्भ में प्रीपेड मीटर व्यवस्था का पुरजोर विरोध किया है। पत्र विज्ञप्ति में उन्होंने बताया कि एक प्रीपेड मीटर की कीमत 12 हजार रुपए है, जिसकी 60 फीसदी रकम केंद्र सरकार द्वारा तथा 40 फीसदी रकम महावितरण द्वारा देना तय तो हुआ है, लेकिन यह कीमत विद्युत ग्राहकों से वसूली जाएगी। इसके साथ ही बिजली बिल में जोड़ा जा रहा स्थिर शुल्क, वहन शुल्क, ईंधन समायोजन शुल्क, ब्याज आदि में कटौती होगी क्या? यह प्रश्न उपस्थित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रीपेड मीटर व्यवस्था अव्यावहारिक व जनसामान्य के लिए नुकसानदेह बताया है।