एहतियात: आखिरकार होने लगी कचरा संकलन एजेंसियों की निगरानी
शिकायतों की अनदेखी करने का भी आरोप
डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर में कचरा संकलन के लिए नियुक्त दोनों एजेंसियों की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार शिकायत मिल रही है। मनपा प्रशासन पर शिकायतों की अनदेखी करने को लेकर भी आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में अब अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने गंभीरता से लेते हुए उपाय योजना करने का निर्देश दिया है। इस निर्देश के बाद घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष के उपायुक्त डॉ. गजेन्द्र महल्ले ने सभी जोन अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है। अब रोजाना कचरा संकलन के वाहनों की मनपा के कर्मचारी प्रत्यक्ष निगरानी कर रिपोर्ट देंगे। प्रशासन को उम्मीद है कि दोनों एजेंसियों की निरंकुशता पर लगाम कसी जाएगी।
यह है व्यवस्था : मनपा हाल ही में आदेश जारी कर दिया है। दोनों एजेंसियो के अनुबंध के मुताबिक निगरानी को लागू किया गया है। इस व्यवस्था में कचरा संकलन वाहनों के लिए 6 घरों पर एक स्टॉपेज और घनी आबादी वाली बस्ती में 10 घरों के पर एक स्टॉपेज को बनाया जाएगा। स्टॉपेज पर मनपा के स्वच्छता निरीक्षक और कंपनी के सुपरवाइजर को निगरानी करनी है। प्रत्येक घर से तीनों श्रेणी में कचरा संकलन, वाहनों के स्टॉपेज और भांडेवाड़ी में पहुंचाने तक प्रत्येक गतिविधि को निरीक्षण कर रिपोर्ट देना है। अधिकारियों के मुताबिक कड़ी निगरानी के साथ ही कचरा संकलन की पूरी व्यवस्था का स्पष्ट ब्योरा उपलब्ध हो सकेगा।
कड़ाई से निरीक्षण जारी : मनपा ने आंतरिक रूप से सर्वेक्षण और निगरानी को आरंभ किया है। अनुबंध के तहत घरों से कचरा संकलन और भांडेवाड़ी पहुंचाने की प्रक्रिया को निरीक्षण किया जा रहा है। फिलहाल इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती है। -डॉ. गजेन्द्र महल्ले, उपायुक्त, घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष