पॉलिटिकल रिएक्शन: अजित पवार तक पहुंची नाराज पदाधिकारियों की शिकायत, गणेश उत्सव के बाद मुंबई में बैठक
- विदर्भ में चुनाव तैयारी पर भी होगी चर्चा
- नाराज पदाधिकारियों की शिकायत पहुंची
- गणेश उत्सव के बाद मुंबई में होगी बैठक
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व की राकांपा में पदाधिकारियों की नाराजगी की शिकायत मुंबई तक पहुंच गई है। पार्टी के कार्यालयीन सचिव शिवाजीराव गर्जे ने नागपुर व विदर्भ के जिला अध्यक्षों को चर्चा के लिए मुंबई बुलाया है। गणेश उत्सव के बाद अजित पवार के साथ इन पदाधिकारियों की बैठक होगी। विदर्भ में विधानसभा चुनाव की तैयारी के संबंध में भी विस्तृत चर्चा की जाएगी। पार्टी के जिला ग्रामीण अध्यक्ष बाबा गूजर के अनुसार पदाधिकारियों ने शिकायत नहीं की है बल्कि संगठन कार्य को गति देने के लिए नेताओं से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की है। बुधवार को शिवाजीराव गर्जे ने फोन पर चर्चा कर विदर्भ के जिलाध्यक्षों की मांगों के बारे में विस्तार से जानकारी देने को कहा है। पवार के अलावा अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बैठक होगी। उसमें विदर्भ की जिलावार जानकारी दी जाएगी।
हुई थी बैठक
उल्लेखनीय है कि सोमवार 9 सितंबर को एनएच 1 सभागृह बजाज नगर में राकांपा अजित गुट के विदर्भ के जिलाध्यक्षों की बैठक हुई थी। 10 मेें से 3 जिला अध्यक्ष वीडियो कांफरेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए थे। इन पदाधिकारियों ने कहा था कि वरिष्ठ स्तर से सहयोग नहीं मिलने से संगठन कार्य नहीं हो पा रहा है। विधानसभा चुनाव की तैयारी करना है लेकिन कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं है। मुंबई में पश्चिम महाराष्ट्र के पार्टी पदाधिकारियों के समान विदर्भ के पार्टी पदाधिकारियों को सम्मानजनक स्थान नहीं मिल पाता है। धर्मराव बाबा आत्राम, राजेंद्र शिंगणे, प्रफुल पटेल, इंद्रनील नाईक के अलावा अन्य बड़े नेता विदर्भ में होने के बावजूद महायुति की किसी सरकारी समिति में यहां के राकांपा अजित गुट पदाधिकारियों को स्थान नहीं मिल पाता है। महायुति के पालकमंत्री राकांपा अजित गुट के पदाधिकारियों को नजरअंदाज करते हैं। जिला नियोजन या अन्य समितियों से विकास निधि नहीं मिल पाती है। लोकसभा व विधानपरिषद चुनाव में विदर्भ में राकांपा अजित गुट को उम्मीदवारी नहीं मिलने से भी निराशा है। बैठक में शामिल जिलाध्यक्षों में प्रशांत पवार नागपुर शहर, बाबा गूजर नागपुर ग्रामीण, संतोष महात्मे अमरावती, बालासाहब पाटील यवतमाल, शरद सहारे वर्धा, राजेश कक्कड़ चंद्रपुर, रवि वसेकर गडचिरोली, कृष्णा अंधारे अकोला, विजय देशमुख अकोला शहर शामिल थे।