मुनाफा देने का वादा कर ठगी की, जमानत के लिए समझौता किया और फिर धोखा दे दिया
- जब पैसे की जरूरत पड़ी, तो करतूतें परत-दर-परत खुलने लगीं
- मुनाफा देने का वादा कर ठगी को अंजाम दिया
- जमानत के लिए समझौता किया और फिर धोखा दिया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के एक कारोबारी ने दूसरे कारोबारी को करोड़ों रुपए मुनाफे का वादा कर उससे 1 करोड़ 31 लाख की ठगी कर ली। शिकायकर्ता ने मामला दर्ज करवाया। मामले की पोल खुलते देख आरोपी व्यापारी ने जमानत पाने के लिए समझौता किया और जमानत मिलते ही फिर ठगी करते हुए पैसे वापस नहीं दिए।
मामला कारोबारी अनिल नंदकुमार हरचंदानी के साथ ठगी का है। अनिल ने 24 फरवरी 2022 को सदर पुलिस थाने में अपने साथ हुए 1 करोड़ 31 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें मुख्य आरोपी संदीप सूरी के साथ प्रकाश राव और रिपुदमन सिंह ओबोराय थे। संदीप सूरी पर आरोप है कि उन्होंने हरचंदानी को आश्वासन दिया था कि उनकी कंपनी में निवेश करने पर कारोबार बढ़ने पर उसमें लाभ और इसके अलावा 30 प्रतिशत का मुनाफा अलग से देंगे। वहीं कुछ कंपनी में निवेश की गई रकम 3 माह बाद ही वापस करने का वादा किया था, लेकिन रकम नहीं मिली।
जब पैसे की जरूरत पड़ी, तो करतूतें परत-दर-परत खुलने लगीं
अनिल के निवेश के बाद आरोपियों ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया। जब हरचंदानी को पैसे की जरूरत पड़ी तो आरोपियों की एक के बाद एक करतूतें सामने आने लगीं। रकम वापस करने में टामलटोल करने लगे। हालांकि, इस बीच आरोपी ई-मेल भेजकर हरचंदानी को दिलासा भी देते रहे मगर अपना वादा पूरा नहीं किया। आखिरकार परेशान अनिल हरचंदानी ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस आयुक्तालय में शिकायत की। मामले की गहन जांच-पड़ताल के बाद उक्त आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया हैं।
पहले फरार हुए, फिर जमानत के लिए आवेदन किया
इस मामले में संदीप सूरी सहित प्रकाश राव और रिपुदमन सिंह ओबोराय मामला दर्ज होने के बाद गायब हो गए। इसके बाद जमानत के लिए कई बार प्रयास किए। जमानत मिल जाए इसके लिए अनिल नंदकुमार हरचंदानी के साथ पैसा लौटाने का समझौता किया। इसी समझौते को आधार बताकर कोर्ट से जमानत ली। मगर जमानत मिलते ही एक बार फिर ठगी करते हुए पैसे नहीं लौटाए।
कालेधन को सफेद करने की एंट्री में भी था संदीप का नाम
इस मामले में मुख्य आरोपी संदीप सूरी का नाम इसके पहले पंकज मेहाड़िया घोटाले में भी सामने आया था। इस घोटाले में शहर के कई बड़े रसूखदारों ने अपनी काली कमाई को सफेद करने के लिए पंकज मेहाड़ियां की कंपनियों से फर्जी एंट्री ली थी। जो ईडी की जांच में भी सामने आया था। संदीप सूरी के नाम की करीब एक करोड़ की एंट्री मिली थी। जिसका हिसाब अधिकांश लोग नहीं दे पाए। इस मामले में जब संदीप सूरी से हमने उनका वर्जन जानना चाहा तो वे कई दिनों की टालमटोल के बाद जवाब नहीं दे पाए। संदीप सूरी के कई अन्य व्यापारियों को भी धोखा देने के मामले सामने आए है।
पैसे वापस करने समझौता किया
अनिल नंदकुमार हरचंदानी, पीड़ित के मुताबिक मेरे साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में मैंने जिन आरोपियों के खिलाफ सदर पुलिस में मामला दर्ज किया था वह पहले फरार हुए इसके बाद मेरे पास समझौते का प्रस्ताव भेजा कि वह मुझसे ठगी रकम वापस करेगे। इसी आधार पर उन्हें जमानत भी मिली, मगर जमानत मिलने के बाद अब तक पैसे वापस नहीं किए। मैं ईओडब्ल्यू में जाकर वापस से इस मामले की यथास्थिति रख रहा हूं। इसके बाद अगली कर्रवाई तय करेंगे।