आरोप: उत्तर नागपुर से डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल को स्थानांतरित करने की साजिश
अस्पताल बचाओ समिति का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उत्तर नागपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश आदि राज्यों से आने वाले मरीजों को उपचार सुविधा मिल सके, इसलिए उत्तर नागपुर के इंदोरा में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र का श्रेणीवर्धन कर यहां 615 बिस्तरों के अतिविशेषोपचार अस्पताल को मंजूरी दी गई है। इस निधि को प्रशासकीय मान्यता मिली है, लेकिन सरकार ने यह अस्पताल वर्धा रोड पर स्थानांतरित करने की साजिश की जा रही है। सरकार की साजिश को विफल करने के लिए सभी कार्यकर्ता एकजुट हुए हैं। इस अस्पताल का निर्माण उत्तर नागपुर में ही जल्द से जल्द शुरू करने की मांग पत्र परिषद में की गई।
उपमुख्यमंत्री ने दिया था आश्वासन : उत्तर नागपुर के कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जल्द काम शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक काम की शुरुआत नहीं हुई है। इसके मद्देनजर सर्वपक्षीय कार्यकर्ताओं ने मिलकर डॉ. आंबेडकर अस्पताल बचाओं समिति गठित की है। इस समिति द्वारा आयोजित पत्रपरिषद में वेदप्रकाश आर्य, दिनेश अंडरसहारे, वामन सोमकुंवर आदि ने पत्रकारों को संबोधित किया। शीतसत्र के दौरान इस विषय पर दखल लेकर सकारात्मक कदम नहीं उठाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।
2004 में शुरू हुआ था अस्पताल : चिकित्सा शिक्षा व संशोधन संचालनालय (डीएमईआर) अंतर्गत 15 अगस्त 2004 को उत्तर नागपुर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल शुरू हुआ। इसका तीन चरणों में विकास होने वाला था, लेकिन यह अस्पताल केवल ओपीडी तक ही सिमटकर रह गया है। 2019 में मंत्रिमंडल की बैठक में यहां स्नातकोत्तर व अतिविशेषोपचार पाठ्यक्रम को मान्यता दी गई है। 10 मार्च 2022 को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने बजट भाषण में इसके निर्माण के लिए निधि का प्रावधान करने की घोषणा की थी। बावजूद कुछ नहीं हो पाया है।