पद्मश्री ए.एस. किरण कुमार ने कहा: समस्याओं के समाधान के लिए नई तकनीक का उपयोग करें
विज्ञान प्रदर्शनी एवं नवप्रवर्तन महोत्सव
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यदि आप यह जान लें कि, नई तकनीक का उपयोग आज की समस्याओं से निपटने और उन्हें हल करने के लिए कैसे किया जाता है, तो आप बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं और आप दूसरों से आगे बढ़ सकते हैं। चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर इसरो ने पूरे विश्व को यही करके दिखाया है। यह बात इसरो के पूर्व अध्यक्ष और भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के पूर्व सचिव पद्मश्री ए.एस. किरण कुमार ने कही। वे रमन विज्ञान केंद्र एवं तारमंडल की ओर से आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी एवं नवप्रवर्तन महोत्सव के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि नागपुर विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी, नेहरू साइंस सेंटर के संचालक उमेश कुमार रस्ताेगी और रमन विज्ञान केंद्र के प्रकल्प समन्वयक अर्नब चटर्जी थे।
सफलता की हमेशा गारंटी नहीं होती : किरण कुमार ने कहा- चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने अपने निर्धारित समय पर चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिंग की, लेकिन चंद्रयान-3 इतना सफल क्यों हुआ, क्योंकि हमने चंद्रयान-2 में जो भी गलती की, उससे जो भी सीखा, सभी सुधारों को शामिल किया और फिर उन्हें सफलतापूर्वक लागू किया। सफलता की हमेशा कोई गारंटी नहीं होती है, खासकर जब आप अपने ज्ञान से परे, और अब तक जो कर रहे हैं उससे आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिर भी इसरो ने यह करके दिखाया है। डॉ. सुभाष चौधरी ने मार्गदर्शन करते हुए बेसिक साइंस और एप्लाइड साइंस के बारें में जानकारी दी। उन्होंने विश्वास जताया कि, नई शिक्षा नीति में गतिविधि अाधारित शिक्षा और भाषा का कोई बंधन नहीं होने से छात्र विज्ञान को और करीब से समझ सकेगा। प्रस्ताविक उमेश कुमार रस्ताेगी, संचालन अभिमन्यु भेलावे और आभार अर्नब चाटर्जी ने माना।
जिज्ञासु बनें, प्रश्न पूछें : विज्ञान प्रदर्शनी में आए छात्रों को संबोधित करते हुए ए.एस. किरण कुमार ने कहा कि, हर चीज के बारे जिज्ञासु बनें, प्रश्न पूछें, तभी आपको जबाव मिलेंगे, आपकी समझ बढ़ेगी। हर व्यक्ति में जबरदस्त क्षमता होती है, सिर्फ हम कितनी बार कोशिश करते हैं और अलग क्या सोचते हैं, इस पर सब निर्भर है।
प्रदर्शनी में इन 15 संस्थानों के अनुसंधान कार्य : भारतीय मानवविज्ञान सर्वेक्षण, परमाणु खनिज अन्वेषण एवं संशोधन संचालनालय, राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी संशोधन संस्था, भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण, शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय, केंद्रीय कपास संशोधन संस्था, भारतीय ताप प्रशितन एवं वातानुकूलन अभियंता संघ, जवाहरलाल नेहरू अल्युमिनियम संशोधन विकास एवं अभिकल्प केंद्र, मिनरल एक्सप्लोरेशन एवं कंसलटेंसी लिमिटेड, न्यूक्लिअर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि., रमन विज्ञान केंद्र एवं तारामंडल, क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र मध्य क्षेत्र, भारत का मृदा एवं भूमि उपयोग सर्वेक्षण, सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, विश्वैश्वरया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के अनुसंधान और विकास के बारे में जानकारी दी गई है।