संदेश: अंगदान कर किसान परिवार ने समाज के सामने रखा आदर्श, तीन को मिला नया जीवन
- अंगदान की सहमति दी
- तीन को मिला नया जीवन
- दो को मिलेगी रोशनी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. अन्नदाता किसान की मृत्यु के बाद परिजनों ने अंगदान कर समाज के सामने आदर्श रखा है। किसान के अंगदान से 3 लोगों को नया जीवन मिला व दो लोगों को रोशनी मिलेगी। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में 10 दिनों के भीतर दूसरा अंगदान है।
जानकारी के अनुसार अंगदाता का नाम काटोल तहसील के घुबड़ी गांव निवासी अजाब परतेती (55) है। उनके परिवार में पत्नी कांता (45) व बेटा समीर (21) हैं। दो साल पहले अजाब परतेती का ब्रेन टयूमर का उपचार हुआ था। उसके बाद से उनकी तबीयत ठीक नहीं हुई।
समय-समय पर उनका उपचार चलता रहा। 3 दिन पहले वे अचानक चक्कर आने से गिर पड़े। परिजनों ने उन्हें मेडिकल के ट्रामा केयर सेंटर में भर्ती किया। उपचार के दौरान उनके मस्तिष्क में अधिक रक्तस्राव होने का पता चला। इस कारण उपचार को प्रतिसाद नहीं मिल रहा था। डॉक्टरों की टीम ने जांच के बाद ब्रेन डेड होने की घोषणा की।
अंगदान की सहमति दी
इसकी जानकारी परिजनों को दी गई। समन्वयक डॉ. सुमित चाहाकर, दिनेश मंडपे व भाग्यश्री निघोत ने परिजनों का अंगदान के लिए समुपदेशन किया। परतेती परिवार ने अंगदान के लिए सहमति दी। उसके बाद विभागीय अंग प्रत्यारोपण समिति के अध्यक्ष डॉ. संजय कोलते व सचिव डॉ. राहुल सक्सेना को जानकारी दी गई।
उनके मार्गदर्शन में प्रत्यारोपण समन्वयक दिनेश मंडपे ने आगे की प्रक्रिया पूरी की। एक किडनी किम्स किंग्सवे अस्पताल में 43 साल के पुरुष मरीज पर, दूसरी किडनी सावंगी मेघे स्थित आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल के 52 साल के पुरुष मरीज पर, लिवर एलेक्सिस हॉस्पिटल के 39 साल के पुरुष मरीज पर प्रत्यारोपित किए गए।
आंखों की कार्निया मेडिकल को दान की गई ।