नागपुर: धमाके से इमारत ध्वस्त, शव पोस्टमार्टम लायक नहीं

  • प्रत्यक्षदर्शी ने बताया आंखों देखा हाल
  • खाली बॉक्स लेकर करीब 200 मीटर दूर निकला था
  • तभी धमाका हुआ, मुड़कर देखा तो इमारत जमींदोज हो गई थी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-18 12:08 GMT

डिजिटल डेस्क, कोंढाली/बाजारगांव. रविवार सुबह नागपुर-अमरावती राष्ट्रीय राजमार्ग के बाजारगांव से करीब डेढ़ किमी दूरी पर स्थित अंतरराष्ट्रीय सोलर एक्सप्लोसिव लिमिटेड गोला-बारुद कंपनी में हुए धमाके ने 9 लोगों की जिंदगी छीन ली। इसमें 6 महिला व 3 पुरुष ऐसे 9 कर्मी शामिल हैं। ये सभी सीबीएस-टू के टीएनटी पैकेजिंग यूनिट में पैकेजिंग का काम कर रहे थे। इसी प्लांट में सुबह की शिफ्ट में बाजारगाव वार्ड नंबर 4 निवासी संजय गुलाबराव आड़े कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8.53 के दौरान प्लांट से खाली बाक्स लेकर लगभग 200 मीटर दूर नहीं निकला था कि जोरदार धमाके के साथ विस्फोट की आवाज आई। पीछे पलट कर देखा, तो प्लांट की इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी। घबराकर जान बचाने सुरक्षित स्थान की ओर भागा। बहुत देर तक मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था।

हर तरफ मची चीख पुकार

घटनास्थल पर पहुंचे मृतकों के परिजनों की चीख-पुकार मच गई थी। हर कोई अपने को आखिरी बार देखने की गुहार लगाते दिखाई दिए। खबर लिखे जाने तक मृतकों के शव परिजनों को नहीं सौंपे गए थे।

ऐसी आशंका

हादसे की वजह ब्लोर चोक होने को माना जा रहा है। पैकेजिंग के दौरान उड़ने वाले डस्ट को बाहर निकालने के लिए ब्लोअर लगा हुआ है, हालांकि इसके चोक होने से बारूद की डस्ट जमा हो गई और उष्णता बढ़ने से विस्फोट होने की आशंका जताई जा रही है।

चार शव पहुंचाए मेडिकल

हादसे में मृतकों में से 4 के शव देर रात मेडिकल अस्पताल में लाए गए। हालांकि सभी शव पूरी तरह से क्षत-विक्षिप्त अवस्था में होने से पोस्टमार्टम संभव नहीं है। सोमवार को जिलाधिकारी मेडिकल पहुंचकर हालात का जायजा लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

कई नेता पहुंचे घटनास्थल

घटना की जानकारी मिलते ही विधायक व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख, काटोल भाजपा विधान सभा प्रभारी चरणसिंह ठाकुर, शिवसेना (ठाकरे) राजू हरणे, पूर्व विधायक प्रकाश गजभिए आदि ने घटनास्थल पर पहुंचकर संबंधित जिला प्रशासन तथा कंपनी प्रबंधन से जानकारी ली। उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने घटनास्थल का दौरा कर राज्य प्रशासन के अधिकारियों से जानकारी ली। मृतकों के परिजन तथा नागरिकों ने कंपनी के व्यवस्थापन को लेकर तीव्र नाराजगी व्यक्त कर व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने तथा कंपनी कर्मचारी की प्लांट में उपस्थित कर्मियों सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने की मांग की।

दिए गए जांच के आदेश

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मुताबिक घटना में मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का प्रयास किया जाएगा। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।




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