बीआरएस हुई सक्रिय : उपराजधानी में नजर आने लगे पार्टी के झंडे- चुनावों में भागीदारी पर फोकस
- भारत राष्ट्र समिति राज्य में राजनीतिक तौर पर सक्रिय
- वर्धा मार्ग पर मुख्य कार्यालय
- कार्यकर्ताओं का बीआरएस में प्रवेश कराया जा रहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में बीआरएस अर्थात भारत राष्ट्र समिति राज्य में राजनीतिक तौर पर सक्रिय होने लगी है। उपराजधानी में भी बीआरएस की सक्रियता नजर आने लगी है। सोमवार को इंदोरा क्षेत्र में पार्टी समन्वयक प्रा.ज्ञानेश वाकुडकर की उपस्थिति में पदाधिकारियों की बैठक हुई । संंगठन विस्तार के साथ ही चुनावों में भागीदारी पर फोकस किया जा रहा है। बीआरएस की ओर से इसी सप्ताह संगठन विस्तार के लिए प्रचार रथ शहर में घुमाया गया। प्रचार गीत भी बजाए जाने लगे हैं। गुलाबी झंडे व बैनर नजर आने लगे हैं। इस बीच तुमसर के पूर्व विधायक चरण वाघमारे के मार्गदर्शन में विविध दलों के कार्यकर्ताओं का बीआरएस में प्रवेश कराया जा रहा है। 27 मई को बीआरएस का स्थापना दिन मनाया गया। नागपुर सहित औरंगाबाद, पुणे व मुंबई में पार्टी कार्यालय खोलने का निर्णय लिया गया। इस बीच दक्षिण पश्चिम नागपुर में शिवसेना शिंदे गुट के पूर्व विधानसभा संगठक प्रवीण शिंदे ने भी बीआरएस में प्रवेश लिया है। 26 मई को हैदराबाद हाऊस तेलंगाना में वहां के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने शिंदे का पार्टी प्रवेश पर स्वागत किया। गौरव जैन, रुपेश ठाकरे, प्रमोद कावले, शैलेंद्र फुलझेले, अमित बावने, रितेश सायरे, प्रजोत सातकर, सूर्यकांत थूल, चंदन राजभर, निखिल शेंडे, कमलेश साखरे, संजय हाडे, आदित्य तायडे ने भी बीआरएस ने प्रवेश लिया है।
वर्धा मार्ग पर मुख्य कार्यालय
गौरतलब है कि के.चंद्रशेखर राव छोटे राज्यों के समर्थक हैं। तेलंगाना राज्य निर्माण के आंदोलन में उनकी प्रमुख भूमिका थी। वे विदर्भ राज्य निर्माण की मांग का समर्थन करने नागपुर आए थे। विदर्भ के कुछ शहरों व गांवों तक वे पहुंचे है। बीआरएस का मानना है कि विदर्भ में राव के नेतृत्व को काफी समर्थन मिल सकता है। यहां संगठन कार्य को गति देने के लिए बीआरएस का मुख्य कार्यालय वर्धा मार्ग पर खोलने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्य कार्यालय के उद्घाटन के लिए चंद्रशेखर राव नागपुर आएंगे।