दर्दनाक हादसा: ठंड से बचने अलाव जलाया था, लगी गई मकान में आग, दो मासूम भाइयों की जलकर मौत
- सब खाक, कुछ भी नहीं बचा
- घर में बिजली का कनेक्शन नहीं
- धमाके की आवाज आई थी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गिट्टीखदान क्षेत्र के सेमिनेरी हिल्स, गोविंद गौरखेडे कॉम्प्लेक्स के पास एक मकान में आग लगने से दो भाइयों की जलकर मौत हो गई। मृतक का नाम देवांश उइके (7) और प्रभास उइके (2) है। दिल दहला देने वाली घटना गुरुवार की रात करीब 10 बजे हुई। घटना के समय बच्चों की मां दीपाली उइके और उनका बड़ा बेटा घर से बाहर गए हुए थे। दीपाली के पति उनके साथ नहीं रहते हैं। चर्चा है कि ठंड से बचाव के लिए बच्चे घर के अंदर अलाव जलाकर सो गए होंगे। अलाव के कारण घर में आग लगी होगी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस परिमंडल 2 के उपायुक्त राहुल मदने भी घटनास्थल पर पहुंचे थे।
मां, बड़ा भाई बाहर गए थे
दमकल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सेमिनेरी हिल्स परिसर में गोविंद गौरखेडे कॉम्प्लेक्स के पास दीपाली उइके अपने चार बच्चों के साथ झोपड़ी में रहती थी। घटना के समय झोपड़ी के अंदर दीपाली उइके के बेटे देवांश और प्रभास उइके सोए हुए थे। 13 वर्षीय बड़ी बहन भी सोई हुई थी, लेकिन आग लगने पर वह कमरे से बाहर निकल गई। देवांश और प्रभास की आग में जलकर मौत हो गई। देवांश की मां और बड़ा भाई घर के बाहर थे। आस-पास के लोग जमा हो गए। जानकारी मिलते ही गिट्टीखदान के थानेदार महेश सागडे सहयोगियों के साथ पहुंचे। दमकल विभाग के अधिकारी देवानंद शामकुले भी सहयोगियों के साथ पहुंचे।
घर में बिजली का कनेक्शन नहीं
सूत्रों के अनुसार, उइके परिवार के घर में बिजली का कनेक्शन तक नहीं था। यह परिवार अंधेरे में रहता था। घर में आग लगने के बाद छत के परखच्चे उड़ गए। आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है। दमकल विभाग के अधिकारी भी इस बात को लेकर हैरान थे कि आखिर घर में जब देवांश, प्रभास और उसकी बहन सोए हुए थे, तब आग लगी कैसे? उइके का परिवार सदमे में है।
धमाके की आवाज
तब तक झोपड़ी आग की चपेट में आ चुकी थी। परिसर में चर्चा थी कि जब आग लगी तो कुछ ही समय में घर के अंदर से धमाका होने की आवाज सुनाई दी। धमाके के साथ ही झोपड़ी में चाराें ओर आग फैल गई। कमरे में सोए हुए देवांश और प्रभास की चीख दबकर रह गई।
दमकल कर्मियों ने आग बुझाया, इसके बाद कमरे में दोनों बच्चों के शरीर के ढांचे मिले। बताया जाता है कि कमरे के अंदर तीन गैस सिलंेडर रखे हुए थे, दो सिलेंडर को दमकलकर्मियों ने बाहर निकाला। एक सिलेंडर को आग लगी थी, संभावना जताई जा रही है कि शायद उसके अंदर धमाका होने से आग तेजी से फैली होगी।