विधानसभा चुनाव तैयारी: अपने गृहक्षेत्र की जिम्मेदारी कांग्रेस के बड़े नेता संभालेंगे, लोकसभा चुनाव का फार्मूला

  • केदार रामटेक, वडेट्टीवार चंद्रपुर-गड़चिरोली व पटोले को गोंदिया-भंडारा का दायित्व
  • नए व गैर राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर नजर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-08 11:54 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. लोकसभा चुनाव में राज्य में सफल रहने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत माइक्रो प्लानिंग की है। जिला व लाेकसभा क्षेत्र स्तर पर चुनाव रणनीति को केंद्रित रखा जाएगा। इसके तहत वरिष्ठ नेताओं को उनके गृहक्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रत्येक नेता को 10 से 15 विधानसभा क्षेत्र का दायित्व दिया जाएगा। यहां तक कि संबंधित क्षेत्र में उम्मीदवार तय करने से लेकर चुनाव रणनीति के मामले में भी संबंधित नेता की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस में गुटबाजी व प्रदेश स्तर पर नेतृत्व की स्पर्धा के नुकसान को नियंत्रित करने के लिए यह फार्मूला अधिक सहायक रहेगा।

कदम सांगली क्षेत्र में कांग्रेस के चुनाव प्रमुख

अध्यक्ष के नाते नाना पटोले को प्रदेश में चुनाव की जिम्मेदारी संभालनी होगी। लेकिन कांग्रेस की नई योजना के तहत उन्हें सबसे अधिक गोंदिया-भंडारा लोकसभा क्षेत्र में ध्यान देना होगा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार को चंद्रपुर-गड़चिरोली की जिम्मेदारी दी जा रही है। सुनील केदार रामटेक क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव प्रमुख रहेंगे। इसी तरह कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है। सांसद वर्षा गायकवाड़ मुंबई, अमित देशमुख लातूर-नांदेड व विश्वजीत कदम सांगली क्षेत्र में कांग्रेस के चुनाव प्रमुख रहेंगे।

लोकसभा चुनाव का फार्मूला

कांग्रेस सूत्र के अनुसार लोकसभा चुनाव को फार्मूला विधानसभा चुनाव में अपनाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के पहले राज्य में काफी राजनीतिक उथल-पुथल हुई। शिवसेना व राकांपा में विभाजन के बाद कांग्रेस में भी हलचल मच गई। मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष रहे कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भाजपा में प्रवेश लिया। उसके बाद कांग्रेस में प्रदेश नेतृत्च व मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ नेताओं के नाम आगे बढ़ाए जाने लगे। गुटबाजी खुलकर व्यक्त होने लगी। ऐसे में लोकसभा चुनाव में गुटों पर नियंत्रण के लिए नया तरीका अपनाया गया। वरिष्ठ नेताओं को उनके गृहक्षेत्र या उनकी रुचि के क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई। नेताओं को अन्य क्षेत्र में जाने नहीं दिया गया।

गुटबाजी पर नियंत्रण रहा

रामटेक क्षेत्र में लोकसभा की उम्मीदवारी के लिए कई कांग्रेस नेता सक्रिय थे। नितीन राऊत, मुकुल वासनिक से लेकर अन्य नेताओं ने दिल्ली में अपने समर्थकों के नाम आगे कर रखे थे। लेकिन केदार को क्षेत्र का नेतृत्व दिया गया। उनकी पसंद से उम्मीदवार तय किए गए। गोंदिया-भंडारा में नाना पटोले ने चिकित्सा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाया। वडेट्टीवार की बेटी शिवानी चंद्रपुर में उम्मीदवारी की दावेदार थी। प्रतिभा धानोरकर की उम्मीदवारी तय हुई तो वडेट्टीवार को अन्य क्षेत्र की जिम्मेदारी दे दी गई। ऐसे में गुटबाजी पर नियंत्रण रहा।

नए व गैर राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर नजर

विधानसभा की उम्मीदवारी के लिए नए व गैर राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर भी कांग्रेस की नजर रहेगी। इसके लिए जिला व लोकसभा क्षेत्र स्तर पर विधानसभा क्षेत्रों के लिए संभावित उम्मीदवारों की तलाश भी की जा रही है।

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