विरोध: कार्तिकी यात्रा और संजीवन समाधी समारोह के दौरान आलंदी में बंद का ऐलान
- आलंदी देसवसथान में ट्रस्टियों की नियुक्ति पर मचा बवाल
- आलंदी में बंद का ऐलान
डिजिटल डेस्क, पुणे। ऐन कार्तिकी यात्रा और संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज संजीवन समाधि समारोह के दौरान आलंदी के ग्रामीणों ने मंगलवार को आलंदी बंद का ऐलान कर दिया है। आलंदी मंदिर के ट्रस्टियों के चुनाव से नाराज आलंदी के ग्रामीणों ने कल इस बंद का आह्वान किया है।संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान समिति के ट्रस्टियों की नियुक्ति में आलंदी के ग्रामीणों की उपेक्षा करने के विरोध में आलंदीकरों ने यह फैसला किया है। इस संबंध में आलंदी पुलिस को भी पत्र दिया गया है। बहरहाल ऐन कार्तिकी यात्रा और संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज संजीवन समाधि समारोह के दौरान बंद का आह्वान करने से आलंदी में राज्य के कोने कोने से पहुँच रहे लाखों तीर्थयात्रियों को असुविधा हो सकती है।
तीर्थक्षेत्र आलंदी की संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान समिति में आज तक आलंदी के ग्रामीणों को शामिल नहीं किया गया है। आळंदीकरों ने आरोप लगाया है कि ट्रस्टियों की नियुक्ति की प्रक्रिया में साक्षात्कार लेने के बाद भी सही व्यक्ति का चयन नहीं किया गया। इसके विरोध में ग्रामीणों की ओर से कल मंगलवार को सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीके से आलंदी बंद का आह्वान किया गया है। आलंदी के ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दिए गए एक पत्र में कहा गया है कि, आलंदी बंद के दौरान मंगलवार सुबह 10 बजे चाकन चौक से बहादुर चौक तक एक मोर्चा निकाला जाएगा, यहाँ पर पहुँचने के बाद मोर्चा एक सभा में बदल जायेगा।
आलंदी देवस्थान के ट्रस्टी के छह रिक्त पदों के लिए इच्छुक आवेदकों का साक्षात्कार लिया गया। इसके बाद तीन लोगों को ट्रस्टी नियुक्त किया गया है। उनमें डॉ भावार्थ देखाने, एड. राजेंद्र उमाप, योगी निरंजननाथ को नियुक्ति पत्र दिया गया। पुणे के मुख्य जिला न्यायाधीश के.पी. नांदेड़कर ने इन नियुक्तियों के संबंध में आदेश दिए हैं। इन नियुक्तियों में स्थानीय ग्रामीणों को शामिल नहीं किये जाने से आळंदीकरों में नाराजगी का माहौल है। ऐन कार्तिकी यात्रा और संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज संजीवन समाधि समारोह के दौरान बंद का आह्वान करने से आलंदी में राज्य के कोने कोने से पहुँच रहे लाखों तीर्थयात्रियों को असुविधा हो सकती है।
मंदिर के ट्रस्टी विकास ढगे ने कहा, कल कार्तिकी यात्रा की शुरुआत है। आलंदी के ग्रामीणों ने एक दिन के बंद का आह्वान किया है। हमारे, ग्रामीणों और मंदिर प्रशासन, ट्रस्टियों के बीच संबंध बहुत घनिष्ठ हैं। यात्रियों को कोई असुविधा नहीं होगी। संत ज्ञानेश्वर माऊली पर श्रद्धा और आस्था के कारण लाखों वारकरी यहाँ आ रहे हैं। आलंदी के ग्रामीणों ने आज तक जिस तरह से वारकरों का आतिथ्य सत्कार किया है। उनके साथ भी वैसा ही व्यवहार करना जरूरी है। आलंदी के सभी ग्रामवासियों से अनुरोध है कि कल का बंद ऐसे ही न रखें, यह अपील भी ढगे ने की है।