नागपुर: कालजयी में गायन और वादन का श्रोताओं ने किया रसपान, मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

  • शास्त्रीय संगीत समारोह के पहले दिन मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति
  • कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-18 11:03 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय शास्त्रीय गायक पद्म विभूषण पंडित कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में कुमार गंधर्व प्रतिष्ठान और सप्तक द्वारा दो दिवसीय शास्त्रीय संगीत समारोह, "कालजयी' का शुभारंभ शनिवार को हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मंत्रमुग्ध कर देने वाले शास्त्रीय गायक भुवनेश कोमकली के पं. कुमार गंधर्व शैली के गायन, पद्मश्री उमाकांत गुंदेचा और अनंत गुंदेचा के ध्रुपद गायन और तेजेंद्र नारायण मजूमदार के सरोद वादन के साथ हुई।

रचनाओं की दी प्रस्तुति

शास्त्रीय गायक एवं पं. कुमार गंधर्व के पोते भुवनेश कोमकली ने संगीत कार्यक्रम की शुरुआत श्री राग के विलंबित एकताल की बंदिश से की। इसके बाद उन्होंने त्रिताल बंदिश "करन दे रे कच्छू लला रे' पेश कर फैंस को मंत्रमुग्ध कर दिया। राग भूपाली से अबीर गुलाल ले, मृगनयनी तेरो यार नी रसिया सरख्या पं. भुवनेश कोमकली ने कुमार गंधर्व की लोकप्रिय रचनाओं की प्रस्तुति दी। संवादिनी पर अनंत जोशी, तबले पर रामेंद्र सिंह सोलंकी, सह-गायक के रूप में क्षितिज माथुर और तानपुरे पर विशाल शहाकार और भूषण मेश्राम ने उनका साथ दिया। इन कलाकारों का सम्मान महेश एलकुंचवार ने किया। इसके बाद पद्मश्री उमाकांत गुंदेचा एवं अनंत गुंदेचा द्वारा ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने राग जोग में बंदिशी प्रस्तुत कर भक्तों को आत्मिक आनंद की अनुभूति कराई। पं. अखिलेश गुंदेचा का साथ अंशू बूटी दानी और यश खेर ने दिया।

यह दसवां कार्यक्रम

पं. कुमार गंधर्व की आत्मकथा "वा घर सबसे न्यारा' ध्रुव शुक्ल द्वारा लिखी गई है। यह पुस्तक एक कलाकार कैसे बनंे इसका प्रेरक उदाहरण प्रदान करती है। ‘कालजयी' में गायक, वादक, चित्रकार, विचारक भाग ले रहे हैं। विभिन्न परिवारों के युवा और कलाकार अपनी कला प्रस्तुत कर रहे हैं। देशभर में 9 कार्यक्रम हो चुके हैं और नागपुर में यह 10वां कार्यक्रम है।

आज "कालजयी' में

सुबह 10 बजे लक्ष्मी नगर स्थित साइंटिफिक ऑडिटोरियम में संगीत यात्रा पर प्रकाश डाला जाएगा। कार्यक्रम में केशव चैतन्य कुंटे, डाॅ. साधना शिलेदार एवं पं. सतीश व्यास भाग लेंगे। शाम 5 बजे कवि कुलगुरु कालिदास ऑडिटोरियम, पर्सिस्टेंट सिस्टम, गायत्री नगर में शास्त्रीय गायिका सावनी शेंडे, युवा शास्त्रीय गायक प्रभाकर व दिवाकर कश्यप का गायन होगा।

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