खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का समापन: मीका सिंह के ‘दमादम' परफॉर्मेंस ने फैन में भरा जोश
‘दमादम मस्त कलंदर' गाने के साथ स्टेज पर की एंट्री
डिजिटल डेस्क, नागपुर। युवाओं के दिलों पर राज करने वाले पार्श्व गायक, रैपर, संगीतकार मीका सिंह जैसे ही मंच पर पहुंचे, मैदान में जुटी भीड़ में अचानक जोश आ गया और अगले दो घंटे तक मीका सिंह ने धमाकेदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण संस्था के मैदान पर 24 दिसंबर से चल रहे खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का मंगलवार को बारहवें दिन मीका सिंह के लाइव कॉन्सर्ट के साथ समापन हो गया। दोपहर चार बजे से युवाओं की भीड़ मैदान में उमड़ पड़ी थी। हर गेट पर लंबी कतारें देखी गईं। मैदान शाम तक खचाखच भरा हुआ था। आसमान में बादल छाए हुए थे और अच्छी हवा चल रही थी, ऐसे में मीका सिंह ने अपने गानों से फैन्स को जोश से भर दिया। समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जीएसटी के अविनाश थेटे, डब्ल्यूसीएल के सीएमडी मनोज कुमार, वरिष्ठ पत्रकार पार्थ मैत्रा, उद्योगपति मिकी अरोड़ा, वरिष्ठ पत्रकार गजानन निमदेव, पखवासा आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रिंसिपल मृत्युंजय शर्मा, राजे मुधोजी भोसले मौजूद थे। . समापन कार्यक्रम की शुरूआत गजवक्र ढोलताशा व ध्वज बैंडबाजों के साथ हुई।
'अंखियों से गोली मारे : मीका सिंह ने ‘दमादम मस्त कलंदर' गाने के साथ स्टेज पर एंट्री की। 'कसे काय नागपुर, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं' से मीका ने सबका दिल जीत लिया। उन्होंने ‘मौजा ही मौजा', 'अपनी तो जैसे तैसे', 'ओ ओ जाने जाना', 'अंखियों से गोली मारे', 'दिल में बजी गिटार' जैसे गाने पेश किए। मीका सिंह ने नितिन गडकरी को बड़े भाई साहब बताते हुए उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर के हाइवे और अन्य कार्यों की सराहना की। 'झूम उठा सारा नागपुर, छा गया सारा खासदार में' मीका ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। 'है सेलिब्रेशन, नाचो दमादम, आज की पार्टी नितिन गडकरी सर की तरफ से' ने जोश में रंग भरने का काम किया। कार्यक्रम का संचालन बाल कुलकर्णी एवं रेणुका देशकर ने किया।
सहयोग के लिए किया सम्मान : खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के सफल आयोजन में अनेक लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ। इन सभी को नितिन गडकरी ने सम्मानित किया। इसमें ईश्वर देशमुख कॉलेज के रमेश दुरुगकर, प्राचार्य शारदा नायडू, दर्शन पांडे, संदीप बारस्कर, आलिम भाई, प्रसन्न अटलकर, सनी जयसवाल, दीपक सिस्थाने, विवेक धाकरास, सुबोध मंजारे, दीपाली हरदास, रोहिणी माकोड़े, वर्षा रेहपांडे, अनूप गाडगे, संदीप कुलकर्णी, रवि कासखेड़ीकर, ऋचा धावंडे, राजेश वनकर, शशिकांत मनापुरे, विवेक दुबे, विवेक केल्ज़ारकर, मिक्की बख्शी, एसीपी बिरादर, एसीपी शिंदे और पीआई ताकसांडे, मृत्युंजय मिश्रा शामिल थे।
महोत्सव में बाल संस्कारों को अधिक महत्व-गडकरी : बच्चे देश का भविष्य हैं। इस वर्ष के खासदार सांस्कृतिक महोत्सव की योजना इस उद्देश्य से बनाई गई थी कि इस उम्र में बच्चों में अच्छे संस्कार विकसित किए जाएं और उन्हें बुद्धिमान नागरिक बनाया जा सके। बच्चों के लिए इतिहास, संस्कृति, परंपरा, कला, लोक कला जैसे मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा भक्ति का जागर भी लगाया गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी नागपुरवासियों को धन्यवाद दिया और जिन लोगों को असुविधा हुई, उनसे माफी मांगते हुए कहा कि स्थानीय कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ प्रदर्शन करने का मौका दिया गया।