मांग: डीसीएम पवार के बंगले का मामला, पुलिस आयुक्त से मांगे पर्याप्त सुरक्षा कर्मी

  • ओएसडी ने भेेजा पत्र
  • पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-17 06:25 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के शासकीय बंगले विजयगड़ में लोगों की समस्या के निवारण के लिए ऑफिस शुरू हो गया है। डीसीएम पवार के ओएसडी सचिन यादव ने पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को पत्र लिखकर बंगला परिसर में पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की है। बंगला परिसर में दिन व रात में केवल 1-1 पुलिस कर्मी तैनात रहता है, जिसे अपर्याप्त माना जा रहा है।

भास्कर की खबर पर संज्ञान : भास्कर हिन्दी डॉट काम ने इस खबर को पब्लिश भी किया। बंगले का गेट खोलने व बंद करने के लिए कोई तैनात नहीं होने से एक्जिट गेट अक्सर खुला रहता है, जो सुरक्षा की दृष्टि से चिंतनीय है। मंगलवार को भी बंगले की सुरक्षा में एक ही जवान तैनात था। शीघ्र ही यहां जवानों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। डीसीएम पवार का बंगला कई एकड़ में फैला है आैर यहां आफिस शुरू होने के बाद से लोगों का आना-जाना लगा रहता है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर पर्याप्त पुलिस कर्मी तैनात करने की मांग की गई है। दैनिक भास्कर में छपी खबर की फोटो कॉपी भी पुलिस प्रशासन को भेजने की खबर है।

बड़े नेताओं का आना-जाना लगा रहता है : बंगले में भले ही डीसीएम पवार कभी-कभी आएंगे, लेकिन राकांपा (अजित) के बड़े नेताZ का यहां आना-जाना लगा रहेगा। राकांपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल नागपुर दौरे में यहां ठहरेंगे। हाल ही में मिहान में हुए कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल शामिल हुए आैर कार्यक्रम में जाने के पहले वे कुछ समय बंगले में ठहरेंगे, ऐसी सूचना पहुंची थी। लोक कर्म विभाग के उद्यान विभाग के अधीक्षक ने यहां पहुंचकर ठेका कर्मियों से उद्यान व लॉन की सफाई करवाई थी। उस वक्त भी यहां एक ही जवान तैनात था। हालांकि पटेल यहां आए बगैर सीधे मिहान कार्यक्रम में चले गए थे।

डीसीएम पवार के बंगले में कार्यालय शुरू हुआ, ताकि नागपुर समेत विदर्भ के लोगों को समस्या लेकर मुंबई आने की जरूरत न पड़े। यहीं से शिकायत का निवारण हो, यह डीसीएम अजित पवार का उद्देश्य है, लेकिन प्रशासनिक कामकाज देखने व निपटारा करने के लिए अभी तक पर्याप्त अधिकारी व कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। नागपुर सुधार प्रन्यास में कार्यरत चार ठेका कर्मियों को यहां कम्प्यूटर आपरेटर का काम दिया गया है। उपजिलाधीश सचिन यादव को यहां का आेएसडी बनाया गया है। शिकायत या निवेदन पर कार्यालयीन व प्रशासनिक प्रक्रिया हो सके, इसके लिए जरूरी क्लार्क, अधिकारी या डेस्क इंचार्ज उपलब्ध नहीं है। डीसीएम पवार सख्त व अनुशासन प्रिय नेता हैं, लेकिन यहां प्रशासन द्वारा डीसीएम को हल्के में लेने की चर्चा है।

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