गुत्थी सुलझी: पत्नी पर थी बुरी नजर इसलिए आरोपी ने साले के साथ मिलकर ले ली पिता की जान

  • पखवाड़े बाद सुलझी बुजुर्ग की मृत्यु की गुत्थी
  • आरोपियों को पुलिस ने दबोचा
  • नमस्कारी गांव में वर्धा नदी के समीप मिला था शव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-13 14:18 GMT

डिजिटल डेस्क, तलेगांव, श्यामजीपंत. गत पखवाड़े पूर्व आष्टी तहसील के नमस्कारी गांव में वर्धा नदी पात्र के पास 55 वर्षीय व्यक्ति का खून से लथपथ शव पाया गया था। घटना के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की खोजबीन शुरू कर दी थी। इस दौरान इस हत्या प्रकरण की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने फरियादी पुत्र व उसके साले को गिरफ्तार कर लिया। पत्नी पर पिता की गंदी नजर होने के कारण पुत्र ने ही अपने साले के साथ मिलकर पिता को मौत के घाट उतारने की बात सामने आयी है। नागोराव बाबाराव पारिसे (34) व विलास आनंदराव केवद (28) यह आरोपियों के नाम हैं। बता दे कि, आष्टी तहसील के नमस्कारी गांव में धारदार हथियार से वार कर बाबाराव महादेव पारिसे (55) की हत्या की गई थी। घटना के दिन नमस्कारी गांव समीप होनेवाले भारसवाड़ा गांव में बाजार था। इन दोनों गांव समीप ही वर्धा नदी का पात्र है।

बाजार होने से आसपास के ग्रामीण विभाग के नागरिक इस बाजार में गए थे। मृतक बाबाराव के पुत्र भी उस दिन बाजार के लिए गए थे। मृतक का पुत्र बाजार से घर पहुंचा लेकिन पिता दिखाई नहीं देने पर मां से पूछताछ की। तब पिता मोबाइल रिचार्ज करने गए है, यह बात मां ने बताई। लेकिन काफी समय होने के बाद भी पति वापस नहीं आने से पत्नी ने पुत्र को खोजबीन करने भेज दिया। दौरान मृतक का पुत्र व एक रिश्तेदार पैदल रास्ते से पिता को देखने गए।

जहां वर्धा नदी परिसर में खून से लथपथ स्थिति में बाबाराव दिखाई दिये। उस वक्त मृतक के चेहरे पर धारधार हथियार से वार के निशान थे। घटना की जानकारी मिलते ही तलेगांव के थानेदार संदीप धोबे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।

दोपहिया पर मिले खून के दाग से हुआ पर्दाफाश

हत्या करने के लिए दोनों आरोपी दोपहिया से एक कुह्लाडी व ब्लेड अपने साथ लेकर घर से गए थे। पिता को रास्ते में ही पकड़कर हत्या कर दोपहिया से घर लौटे। आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए काफी प्रयास किए। परंतु उस दोपहिया की डिक्की पर खून के दाग पुलिस को दिखाई दिये। जिससे पुलिस को संदेह होने के कारण आरोपी के घर की तलाशी ली गई। जिसमें कुछ सामग्री जब्त की गई। इस सामग्री को सीए जांच के लिए न्याय वैज्ञानिक प्रयोग शाला में भेजा गया। जिससे सबूत मिलने से पुलिस ने 12 जून को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस प्रकरण की जांच जिला पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन के मार्गदर्शन में डीवाईएसपी खंडेराव, तलेगांव के थानेदार संदीप धोबे, निखिल काले, अतुल अड़सड़, बालाजी मस्के, रुपेश उगेमुगे ने की।

पहले गला रेता फिर ब्लेड और कुल्हा़ड़ी से किए वार

इस हत्या प्रकरण का मुख्य आरोपी नागोराव बाबाराव पारिसे (34) होकर आरोपी ने अपना साला वासनी निवासी विलास आनंदराव केवद (28) के साथ मिलकर बाबाराव की हत्या कर दी। पहले आरोपी ने बाबाराव का गला रेता। फिर छोटे धारदार ब्लेड से गले, चेहरे पर वार किए। जिसके बाद कुह्लाड़ी से मृतक के सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। आरोपियों का कहना है कि, मृतक की उसकी पत्नी तथा साले की पत्नी पर बुरी नजर थी। इस कारण से हमेशा पिता-पुत्र में विवाद होता था। हत्या के दिन दोपहर में इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी विवाद में पुत्र ने अपने पिता की हत्या कर दी। पुलिस पखवाड़े से आरोपी की खोजबीन कर रहे थे। जिसके लिए जिले के पांच पुलिस पथक दिन-रात मेहनत कर रहे थे। अंतत: पखवाड़े बाद हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली।

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