जलसंपदा विभाग: अंबाझरी का काम पेड़ों में अटका, दूसरे चरण के कामों में हो रही दिक्कत
- 321 करोड़ की योजना
- पेड़ों की कटाई के लिए समिति गठित
- जलसंग्रहण बाधा साबित हो रहा है, कर रहे इंतजार
डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर के ऐतिहासिक तालाब अंबाझरी की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे बने हुए हैं। 22 सितंबर को अंबाझरी ओवरफ्लो के चलते शहर में बाढ़ की स्थिति बन गई थी। मेट्रो रेल के पिलरों और जंगली पेड़ों की जड़ों के चलते बांध के भीतरी हिस्सों को खासी क्षति पहुंची है। नाशिक की डैम सेफ्टी आर्गनाइजेशन साल 2018 से अंबाझरी बांध की नींव कमजोर होने को लेकर रिपोर्ट दे रही है। हर साल बरसात पूर्व और पश्चात बांध की समीक्षा में डैम सेफ्टी आर्गनाइजेशन से मनपा को तत्काल दुरूस्ती करने को लेकर ताकीद दी जा रही है, लेकिन मनपा की ओर से ठोस पहल नहीं हो पा रही है, जबकि विशेषज्ञाें के मुताबिक बांध की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजामों को तत्काल पूरा करने की आवश्यकता है।
321 करोड़ की योजना बनाई
जलसंपदा विभाग ने तीन चरणों में बांध के जीर्णेाद्धार और सुरक्षा दीवार की मजबूती के लिए कुल 21 करोड़ की निधि से योजना बनाई है। इसमें से पहले चरण का काम पूर्ण कर लिया गया है, लेकिन दूसरे चरण के कामों के लिए बांध के समीप पेड़ों की कटाई और तालाब का जलस्तर बाधा बना हुआ है। मनपा की ओर से पेड़ों की कटाई को लेकर समिति को 15 दिनों में पहल करना था, लेकिन अब तक वास्तविकता में कामों को आरंभ नहीं किया गया है।
6 माह का समय
दरअसल, मनपा की ओर से पेड़ों की कटाई को लेकर विशेषज्ञ समिति बनाई गई है। पेड़ों की कटाई होने और जलस्तर को कृत्रिम रूप से घटाने के बाद ही दूसरे चरण में दुरूस्ती काम आरंभ हो पाएगा। दूसरे चरण में बांध के अंदरूनी हिस्सों की दुरूस्ती के लिए 6 माह की समयावधि प्रस्तावित की गई है। इस काम के लिए जलसंपदा विभाग अब मनपा की कार्यवाही पूरा होने का इंतजार कर रहा है।
पेड़ों की कटाई के लिए समिति गठित
मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने अंबाझरी तालाब और बांध की मजबूतीकरण को लेकर 5 अक्टूबर को समीक्षा बैठक ली। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड, सिंचाई विभाग (दक्षिण) के मुख्य अभियंता डॉ. प्रकाश पवार, अधीक्षक अभियंता डॉ. श्वेता बनर्जी, मुख्य लेखा अधिकारी सदाशिव शेलके, उपायुक्त रवींद्र भेलावे उपस्थित थे। इस दौरान मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने अंबाझरी बांध जीर्णोद्धार और मजबूतीकरण कार्य को लेकर सिंचाई विभाग से जीर्णोद्धार और मजबूतीकरण का डिजाइन तैयार करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही बांध के समीप वृक्षांे की कटाई की समीक्षा करने के लिए पांच सदस्यों की समिति बनाई गई है। समिति मंे अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता पवार, उद्यान विभाग के अमोल चौरपगार, वन संरक्षक भरत हांडा को शामिल किया गया है। समिति की ओर से अंबाझरी बांध के समीप के पेड़ों की कटाई को लेकर समीक्षा की जा रही है।
पेड़ों के साथ ही जलसंग्रहण बाधा साबित हो रहा है, कर रहे इंतजार
प्रांजलि टोंगसे, कार्यकारी अभियंता, जलसंपदा विभाग (दक्षिण) के मुताबिक जलसंपदा विभाग से अंबाझरी बांध के दो चरण में जीर्णोद्धार और मजबूतीकरण को आरंभ किया गया है। पहले चरण में कामों को पूरा कर लिया गया है। दूसरे चरण में बांध की अंदरूनी मजबूती के लिए पेड़ों के साथ ही जलसंग्रहण बाधा साबित हो रहा है। मनपा प्रशासन को पेड़ों की कटाई के साथ दुरूस्ती के लिए जलस्तर को घटाने का निर्देश दिया गया है। पेड़ों की कटाई और जलस्तर कम होने पर 6 माह की समयावधि में कामों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
3 चरण में जीर्णोद्धार प्रस्ताव
अंबाझरी बांध के जीर्णोद्धार एवं मजबूतीकरण के लिए 21.7 करोड़ की निधि मंजूर की गई है। पहले चरण में जलसंपदा विभाग को 4.14 करोड़ की राशि से रिटेनिंग वाल और जैकेटिंग का प्रस्ताव बनाया गया है। इसके लिए मनपा से 3.14 करोड़ और 1 करोड़ रुपए महामेट्रो ने हिस्सेदारी दी है।
पहला चरण - पहले चरण में हिंगना रोड वाले क्षेत्रमें 130 मीटर लंबी रिटेनिंग वॉल और 0.30 मीटर परत की सीमेंटीकरण जैकेटिंग प्रस्तावित थी। इस काम की जिम्मेदारी ठेका एजेंसी आदित्य कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने 5 जुलाई 2021 से 31 मार्च 2023 तक पूरी कर दी है।
दूसरा चरण - दूसरे चरण में 7.55 करोड़ की निधि से बांध के दोनों हिस्सों में टो ड्रेन काम को पूरा करना है। बांध के पानी वाले और रोड वाले हिस्से में अंदरूनी दुरूस्ती, मिट्टी का पुनर्भरण कर मजबूतीकरण कर पीचिंग करने के लिए राशि को खर्च किया जाएगा। अन्य हिस्सों को भी मजबूत करना है।
तीसरा चरण - तीसरे चरण में अंबाझरी बांध के दोनों हिस्सों में कर्ब वॉल तैयार कर रेलिंग लगाने, ओवरफ्लो के समीप दर्शक दीर्घा तैयार करने समेत अन्य कामों को प्रस्तावित किया गया है। यह काम को पूरा करने की जिम्मेदारी मनपा अथवा लोकनिर्माण विभाग को सौंपी जाएगी।