Akola News: पूर्व पार्षदों में लगी विधायक बनने की हाेड़, इस विधानसभा क्षेत्र में बगावत के सुर

  • भाजपा में सबसे अधिक बगावत
  • दोनों ही गठबंधन के अकोला मनपा क्षेत्र के पूर्व पार्षदों ने पार्टियों से बगावत की
  • पूर्व पार्षदाें ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किए हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-31 12:01 GMT

Akola News : मोहम्मद साकिब। अकोला पश्चिम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव महायुति व महाविकास आघाड़ी के लिए सिरदर्द बनते नजर आ रहे हैं। दोनों ही गठबंधन के अकोला मनपा क्षेत्र के पूर्व पार्षदों ने पार्टियों से बगावत कर किसी अन्य पार्टी से टिकट लेकर नामांकन दाखिल किया है। वहीं कुछ पूर्व पार्षदाें ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किए हैं। इस बगावत के कारण दोनाें ही गठबंधन नाराज पूर्व पार्षदों को मनाती नजर आ रही हैं। विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन अकोला पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र की सीट के लिए पूर्व पार्षदों में घमासान देखने को मिला। जहां भाजपा से विजय अग्रवाल चुनाव मैदान में हैं, वहीं साजिद पठान कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। दोनों ही पार्टियों में टिकट के अनेक इच्छुक थे; लेकिन प्रत्याशी फाइनल होने के बाद अनेक इच्छुकों का विधायक बनने का सपना चूर-चूर हो गया। जिससे नाराज इच्छुकों ने अन्य राजनीतिक दलों से संपर्क कर टिकट पाया तथा कुछ निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन दाखिल करने पहुंचे। अब यह तो नामवापसी के दिन ही स्पष्ट होगा कि नाराज प्रत्याशी को राजनीतिक दल मनाने में कितने कामयाब होते हैं।

भाजपा में सबसे अधिक बगावत

नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन सबसे अधिक बगावत भाजपा में देखने को मिली। पूर्व नगराध्यक्ष रह चुके हरीश आलिमचंदानी ने निर्दलीय के रुप मंे नामांकन दाखिल कर सबको चौंकाया। क्योंकि हरीश आलिमचंदानी व भाजपा के प्रत्याशी विजय अग्रवाल दोनों ही टिकट पाने की रेस में सबसे आगे थे। वहीं भाजपा के पदाधिकारी अशोक ओलम्बे ने प्रहार का दामन थामते हुए नामांकन दाखिल किया तथा कांग्रेस की ओर से टिकट पाने के लिए मनपा के पूर्व विपक्ष नेता साजिद पठान व डा. जीशान हुसैन के नाम सबसे ऊपर थे। साजिद पठान पिछले चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी से केवल 2,700 वोटों से पराजित हुए थे; इस कारण उन्होंने इस बार भी अपनी दावेदारी पेश की थी, वहीं दूसरी ओर पूर्व विपक्ष नेता डा. जीशान हुसैन ने अपने कार्य व पिता के पूर्व राज्यमंत्री होने के कारण कांग्रेस का टिकट पाने के लिए पुरजोर प्रयास किए; लेकिन अंत में टिकट साजिद पठान को मिला। इससे नाराज डा. जीशान ने पाला बदलते हुए वंचित का दामन थामकर नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा महाविकास आघाड़ी में शिवसेना उद्धव के पूर्व पार्षद एवं शहर प्रमुख राजेश मिश्रा ने टिकट के लिए दावेदरी पेश की थी, किन्तु यह निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस के हिस्से में जाने की वजह से उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया।

ऐसे है समीकरण

अकोला पश्चिम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में वर्ष 2019 मंे 3 लाख 31 हजार 925 मतदाता थे। इन मतदाताओं में से कांग्रेस के प्रत्याशी साजिद पठान को 70 हजार 699 मतदाताओं ने मतदान किया था तथा भाजपा के प्रत्याशी दिवंगत गोवर्धन शर्मा ने 73 हजार 262 वोट लेकर 2,563 वोटों से जीत दर्ज की थी। उस समय कांग्रेस के महापौर रह चुके मदन भरगड़ ने वंचित के टिकट पर चुनाव लड़कर 20 हजार 687 वोट हासिल कर कांग्रेस को झटका दिया था। इस बार इस निर्वाचन क्षेत्र में 3 लाख 49 हजार 484 मतदाता विधायक चुनेंगे। 

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