राहत: मुख्य अभियंता की जांच में सड़क निर्माण को क्लीनचिट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका प्रशासन की ओर से भांडेवाड़ी में एनआईटी से बने रास्ते का सीमेंटीकरण करने की शिकायत आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी को 4 सितंबर को मिली थी। इस मामले में आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़ को जांच करने का आदेश दिया था। मुख्य अभियंता की ओर से तीन माह की जांच और त्रिपक्षीय गुणवत्ता परीक्षण के बाद रास्ते के निर्माणकार्य को क्लीनचिट दी गई है। मुख्य अभियंता की जांच रिपोर्ट को राज्य के उपसचिव को भी भेजा गया है। विधानमंडल अधिवेशन के दौरान पूरी रिपोर्ट मांगी गई थी।
यह है मामला : भांडेवाड़ी परिसर में रेलवे क्रांसिग के समीप करीब 2 हजार की आबादी वाले तुलसी नगर क्षेत्र को झोपड़पट्टी क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया गया है, लेकिन पिछले कई सालों से इलाके में रास्ते और नाली की सुविधा तक उपलब्ध नहीं कराई गई थी। बरसात के दौरान तुलसी नगर से ओम फर्नीचर तक तिकोने पुराने कच्चे रास्ते के बुरे हाल होने से शहर का संपर्क टूट जाता था। विधायक कृष्णा खोपड़े की ओर से करीब 1200 मीटर के तिकोने रास्ते को तैयार करने की मांग की गई थी। मनपा प्रशासन ने लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे दलित बस्ती योजना में 2.88 करोड़ की लागत से 1200 मीटर सीमेंट रास्ते और दोनों किनारों पर 2400 मीटर स्ट्राम ड्रेन लाइन तैयार करने का प्रस्ताव बनाया था। 9 मार्च को हितेश कन्स्ट्रक्शन कंपनी को 12 माह की समयावधि में रास्ते और नाली निर्माण की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इस रास्ते को पहले से ही नासुप्र की ओर से खड़ीकरण कर मनपा और नासुप्र से निधि लेने का आरोप लगाते हुए 4 सितंबर को आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी से शिकायत की गई। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी ने मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़ को जांच करने का आदेश दिया। राज्य सरकार ने भी शिकायत की जांच रिपोर्ट मांगी थी।
रास्ते के निर्माण कार्य को सही पाया : आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी के आदेश पर मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़ ने जांच आरंभ की। भांडेवाड़ी परिसर में स्थानीय नागरिकों से पूछताछ, शासकीय तंत्रनिकेतन की त्रियस्थ गुणवत्ता जांच और दस्तावेजों के आधार पर रास्ते के निर्माणकार्य को सही पाया गया। जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि स्थानीय नागरिकों की ओर से खराब रास्ते को लेकर नासुप्र से शिकायत की जा रही थी। ऐसे में बरसात के दौरान अक्टूबर 2022 में आपदा व्यवस्थापन के लिहाज से नासुप्र ने पांच स्थानों पर खड़ीकरण का काम किया है। इन स्थानों में तुलसी नगर, नवीन गृहलक्ष्मी सोसायटी, आभानगर पुनापुर, जगदंबा नगर पुनापुर और दुर्गानगर पुनापुर का समावेश था। इस काम के दौरान तुलसी नगर के तिकोने रास्ते के 286 मीटर क्षेत्र को अस्थायी तौर पर खड़ीकरण करने का खुलासा हुआ है। दूसरी ओर मनपा की ओर से पूरे इलाके में रास्ते को समतल कर सीमेंटीकरण और दोनों हिस्सों में नाली बनाया गया है।
राज्य सरकार से भी जांच की मांग : एक ही रास्ते को दो विभागों से तैयार करने को लेकर राज्य सरकार को भी शिकायत भेजी गई थी। इस मामले में राज्य सरकार और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वड्डेट्टीवार ने भी मनपा को पत्र भेजा था। मनपा की जांच रिपोर्ट को राज्य सरकार और विजय वड्डेट्टीवार को भेजा गया है। नासुप्र की ओर से पिछले साल आपदा व्यवस्थापन के लिए हितेश कन्स्ट्रक्शन कंपनी से शहर के सीमावर्ती इलाकों में खड़ीकरण कराया गया था। मनपा का इन कामों से कोई भी संबंध नहीं था। दलित बस्ती के सीमेंटीकरण में ठेका एजेंसी को लेकर मनपा पर निशाना साधा गया था। ऐसे में मुख्य अभियंता की जांच में मनपा को क्लीन चिट मिली है।
राज्य सरकार को भेजी रिपोर्ट : भांडेवाड़ी परिसर में तुलसी नगर दलित बस्ती में सीमेंट रास्ते को लेकर शिकायत हुई थी। इस मामले में आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी के आदेश पर मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़ की जांच आरंभ हुई थी। राज्य सरकार ने भी जांच रिपोर्ट मांगी थी। ऐसे में राज्य सरकार को जांच रिपोर्ट भेज दी गई है। -कमलेश चव्हाण, कार्यकारी अभियंता, स्लम विभाग, मनपा