आक्रोश: भाजपा को चेतावनी, धनगर समाज को एसटी का दर्जा दें या चुनाव में परिणाम भुगते

  • विशेष अधिवेशन में मराठा के साथ धनगर समाज पर भी हो चर्चा
  • लोकसभा चुनाव में भाजपा व समर्थित दलों के खिलाफ वोट करने की चेतावनी
  • कई वर्षों से की जा रही है मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-20 07:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर । हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करने के बाद नाराज धनगर समाज ने भाजपा को चेतावनी दी है। धनगर समाज ने साफ किया कि, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सत्ता में आने पर धनगर समाज को तुरंत अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने का वादा किया था। धनगर समाज ने भाजपा के वादे पर विश्वास किया और वोट दिया। धनगर समाज को एसटी का दर्जा नहीं देने पर लोकसभा चुनाव में भाजपा व सरकार समर्थित दलों के खिलाफ वोट करने की चेतावनी दी है। सकल धनगर समाज समन्वय समिति की बैठक समिति के मुख्य समन्वयक पुरुषोत्तम डाखोले की अगुवाई में बालाजी नगर में हुई। समिति के पदाधिकारियों के अलावा समाज के लोग बैठक में शामिल हुए।

डीसीएम ने एसटी का दर्जा देने का वादा किया था : डाखोले, गणेश पावडे व रमेश पाटील ने कहा कि, 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले बारामती में जारी धनगर समाज के आंदोलन को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह कहकर खत्म कराया था कि, सत्ता में आने पर समाज को तुरंत एसटी का दर्जा दिया जाएगा। भाजपा को वोट करने की अपील की थी। समाज ने विश्वास किया आैर भाजपा को वोट किया। सत्ता में आने के बाद एसटी का दर्जा नहीं दिया। 

हाई कोर्ट में ठोस भूमिका नहीं रखी : समिति ने आरोप लगाया कि, सरकार ने हाईकोर्ट में धनगर समाज की ठोस भूमिका नहीं रखी। भाजपा ने धनगर समाज को गुमराह किया है। मराठा आरक्षण के लिए बुलाए गए विशेष अधिवेशन में धनगर समाज पर भी चर्चा कराने की मांग की। एसटी का दर्जा नहीं देने पर चुनाव में भाजपा व सरकार समर्थित दलों को वोट नहीं देने के लिए समाज मुहिम छेड़ेगा। 

मराठा के साथ धनगर समाज पर भी हो चर्चा : विदर्भ धनगर परिषद के अध्यक्ष एड. दिलीप एडतकर ने कहा कि, धनगर को एसटी का दर्जा देने की मांग कई वर्षों से की जा रही है। 20 फरवरी को बुलाए गए विशेष सत्र में धनगर समाज का मुद्दा उठाने की मांग समाज के चार विधायकों से की गई है। विधायक गोपीचंद पडलकर, राम शिंदे, महादेव जानकर व दत्तामामा भरणे धनगर समाज से हैं। सरकार मराठा समाज के लिए विशेष सत्र बुलाकर चर्चा करा सकती है, तो धनगर समाज के आरक्षण पर भी चर्चा होनी चाहिए। चारों विधायकों ने आक्रामक भूमिका रखनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि, भाजपा ने धनगर समाज के मुद्दे पर अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की तो समाज भाजपा को वोट नहीं करेगा।

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