नागपुर: 14 ग्राम पंचायतों की कमान संभाल रहे प्रशासक, निधि के अभाव में विकास प्रभावित

  • विस्तार अधिकारी प्रशासक नियुक्त
  • जिले की 13 तहसीलों में 658 ग्राम पंचायत हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-07 12:30 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिले की 14 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 6 महीने पूर्व समाप्त हो गया। नए चुनाव नहीं कराए जाने से ग्रापं की कमान प्रशासन के हाथ में है। पंद्रहवें वित्त आयोग की निधि उपलब्ध नहीं किए जाने से विकास प्रभावित हुआ है। प्रशासन का दावा है कि अन्य योजनाओं की निधि से विकास किया जा रहा है। नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई।

जिले की 13 तहसीलों में 658 ग्राम पंचायत हैं। उनमें से जनवरी 2024 में 11 ग्राम पंचायत, फरवरी में एक और अप्रैल महीने में दो ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो गया। नए सिरे से चुनाव नहीं होने पर विस्तार अधिकारी को प्रशासक नियुक्त कर ग्राम पंचायतों की कमान सौंपी गई। प्रशासक नियुक्त किए जाने से ग्राम पंचायतों को केंद्र सरकार के पंद्रहवें वित्त आयोग की निधि उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। निधि के अभाव में ग्राम पंचायतों का विकास प्रभावित होने की जानकारी है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि जिला नियोजन, जिला परिषद तथा सरकार की अन्य योजनाओं की निधि उपलब्ध होने से विकास में कोई बाधा नहीं आ रही है।

इन ग्रापं का समावेश

कार्यकाल समाप्त हुए ग्राम पंचायतों में नागपुर तहसील के दहेली, दूधा, खरसोली, रामा, रुई, रुईखैरी, शिरपुर और शिवा, नरखेड़ तहसील में येनीकोनी और सावरगांव, पारशिवनी तहसील में बिटोली और ढवलापुर, सावनेर तहसील में खडुर्का और कलमेश्वर तहसील में सोनाली ग्राम पंचायतों का समावेश है।

विस्तार अधिकारी प्रशासक नियुक्त

कपिलनाथ कलोडे, डिप्टी सीईओ, जिला परिषद पंचायत विभाग के मुताबिक जनवरी से अप्रैल दरमियान 14 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो गया। उन ग्राम पंचायतों पर विस्तार अधिकारी प्रशासक नियुक्त कर कामकाज चलाया जा रहा है।


Tags:    

Similar News