चोरी: पूरे विदर्भ में घूम-घूम कर करता था वाहन चोरी, आरोपी पकड़ाया, 111 दोपहिया वाहन जब्त

  • एक ही आरोपी ने विदर्भ के विभिन्न जिलों में घटनाओं को दिया अंजाम
  • चोरी कर ग्रामीण क्षेत्र में बेचता था वाहन
  • क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते ने की कार्रवाई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-08 07:49 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर पुलिस विभाग को एक बड़ी सफलता मिली है। संतरानगरी सहित विदर्भ के विविध जिले से दोपहिया वाहनों की चोरी करने वाले एक वाहन चोर को नागपुर की क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते ने दबोचा है। उA vehicle thief who stole two-wheelers from various districts of Vidarbha was caught by the anti-vehicle theft squad of Nagpur Crime Branch.ससे पुलिस ने चोरी के इतने दोपहिया वाहन जब्त किए हैं कि क्राइम ब्रांच कार्यालय में रखने की जगह नहीं मिल रही है। आरोपी ललित गजेंद्र भोगे (24) विकास नगर कोंढाली निवासी है। ललित से दस्ते ने नागपुर, अमरावती, अकोला, चंद्रपुर सहित अन्य विविध जिले से चोरी की गई 111 दोपहिया वाहन जब्त किया है। इनमें से करीब 85 वाहनों की चोरी के मामले विदर्भ के विविध िजले के थानों में दर्ज हैं।

अकेले ही की चोरी : शहर की क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी पुलिस दस्ते की राज्य में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पुणे की क्राइम ब्रांच ने इसके पहले 103 वाहन जब्त किए थे, जिसमें 72 वाहनों की चोरी के मामले दर्ज थे। नागपुर के इतिहास में किसी वाहन चोर से इतनी बड़ी मात्रा में दोपहिया वाहन जब्त किए गए हैं। विशेष बात यह है कि ये सभी वाहन ललित भोगे ने अकेले ही चोरी किया था। यह जानकारी शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्रकुमार सिंगल ने बुधवार को गिट्टीखदान स्थित क्राइम ब्रांच के डिटेक्शन कार्यालय में आयोजित पत्र परिषद में दी।

250 सीसीटीवी के फुटेज खंगाले : पुलिस आयुक्त ने बताया कि 21 दिसंबर को अनिल पखाले (वाड़ी) निवासी की दोपहिया वाहन चोरी हो गई थी। इस मामले की जांच में उस परिसर से कई दोपहिया वाहनों की चोरी होने का मामला सामने आया। शहर में वाहन चोरी के मामले बढ़ गए थे। वरिष्ठ अधिकारियों की सूचना पर क्राइम ब्रांच के वाहन चोरी विरोधी दस्ते के उपनिरीक्षक अनिल इंगोले ने सहयोगियों के साथ मिलकर जांच शुरू की। पुलिस ने वाहन चोर तक पहुंचने के लिए हॉट स्पॉट की खोजबीन करने के साथ ही करीब 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाले। इसके लिए करीब 100 घंटे लगे। ललित भोगे सीसीटीवी फुटेज में कुछ जगह से दोपहिया वाहन चुराकर ले जाते नजर आया। उसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से ई-सर्विलांस द्वारा जांच की।

घर से 20 वाहन मिले : जांच में आरोपी कोंढाली क्षेत्र में मिल गया। उसके पास संदिग्ध वाहन था। शुरुआत में उसने टालमटोल जबाब दिया, लेकिन सख्ती के बाद सब कुछ उगल दिया। पुलिस ने उसके घर से 20 दोपहिया वाहन जब्त किया। पुलिस आयुक्त सिंगल, अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त निमित गोयल के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। पुलिस उपनिरीक्षक अनिल इंगोले, दीपक रिठे, अजय शुक्ला, पंकज हेडाऊ, राहुल कुसरामे, पुलिस सिपाही कपिल कुमार तांडेकर, अभय ढोणे और साइबर के उपनिरीक्षक बलराम झाडोकार ने कार्रवाई की।

विदर्भ में कहां से कितने वाहन चुराए : पुलिस ने जांच के दौरान विदर्भ के 9 जिलों में ध्यान क्रेंदित किया। ललित ने विदर्भ के 9 जिले में दोपहिया वाहन चुराने का लक्ष्य रखा था, जिसमें नागपुर, अकोला, अमरावती, गड़चिरोली, चंद्रपुर, यवतमाल, भंडारा व अन्य जिले का समावेश है। उसने नागपुर शहर के वाड़ी थाना क्षेत्र से 11, धंतोलीर से 8, सीताबर्डी से 3, नंदनवन, एमआईडीसी, कोराडी आैर इमामवाड़ा से 28 दोपहिया वाहनों की चोरी की। उसने नागपुर ग्रामीण क्षेत्र से 21 वाहन चुराए हैं। वाहन चुराने के बाद वह 10 से 15 हजार रुपए में ग्रामीण में ले जाकर बेचा करता था।

प्रेम विवाह के बाद चुराने लगा वाहन : आरोपी ललित पहले सेकंड हैंड वाहन बेचने का काम करता था। वह परिवार के विरोध के बाद भी प्रेम विवाह किया और कोंढाली में रहने लगा। शादी के बाद घर की आर्थिक परेशानी बढ़ गई, तो पत्नी पैसे के लिए ताने मारने लगी। घर की बढ़ती आर्थिक परेशानी के चलते ललित दोपहिया वाहन चोरी करने लगा। 12वीं तक पढ़ा ललित दोपहिया वाहन चोरी करने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में बेचने लगा। पीसीआर के दौरान ललित ने दोपहिया वाहन चुराने के बाद जिन्हें बेचा था, उनके बारे में जानकारी दी। पुलिस को शक है कि उसने और दोपहिया वाहन चोरी की है।

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