धोखाधड़ी: क्रिप्टो करेंसी बिट क्वाइन के जरिये ठगी करने वाला मलेशियाई दिल्ली से गिरफ्तार

  • 38.26 लाख की धोखाधड़ी
  • 90 दिन मेें दोगुना रकम देने का दिया झांसा
  • 5 आरोपियों के खिलाफ दर्ज है मामला

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-10 05:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस की एक टीम ने दिल्ली एयरपोर्ट से एक मलेशियाई नागरिक को विदेश भागने से पहले दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी का नाम माइक लुसी उर्फ बहारुद्दीन बिन मोहम्मद यूनुस है। आरोप है कि माइक लुसी ने साथियों के साथ मिलकर क्रिप्टो करेंसी बिट क्वाइन के माध्यम से निवेशकों को 90 दिन में दोगुना रकम करने का झांसा देकर 38.26 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। आरोपी माइक लुसी सहित 5 आरोपियों के खिलाफ प्रताप नगर थाने में वर्ष 2017 में धोखाधड़ी का एक प्रकरण दर्ज है, जिसमें माइक लुसी मुख्य आरोपी है।

12 तक पुलिस रिमांड : इस प्रकरण में माइक लुसी फरार था। इसके विदेश भागने की भनक लगने पर आर्थिक अपराध शाखा पुलिस की टीम गत 5 जनवरी को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर वहां के अधिकारियों की मदद से माइक को धरदबोचा। माइक लुईस को नागपुर लाने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने उसे 12 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। प्रकरण के अन्य आरोपी साथियों में निषेध वासनिक नागपुर, शामी जैस्वाल गोंदिया, कृष्णा भांडारकर गोंदिया और अभिजीत शिरगीरवार नागपुर निवासी का समावेश है। माइक लुसी को छोडकर बाकी सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। निषेध वासनिक, शामी जैस्वाल, कृष्णा भांडारकर और अभिजीत शिरगीरवार के खिलाफ नागपुर की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस न्यायालय में दोषारोपण पत्र पेश कर चुकी है।

रेडिसन ब्लू में सेमिनार : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नरसाला नागपुर निवासी मयूरेश गणोरकर ने प्रतापनगर थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। मयूरेश ने पुलिस को बताया कि आरोपी निषेध वासनिक, शामी जैस्वाल, कृष्णा भांडारकर, अभिजीत शिरगीरवार और माइक लुसी उर्फ बहारुद्दीन बिन मोहम्मद युनूस ने वर्ष 2017 में फ्यूचर बीट कंपनी की स्थापना कर होटल रेडिसन ब्लू में सेमिनार आयोजित किया था। बीट क्वाइन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया था कि फ्यूचर बीट कंपनी के माध्यम से निवेश करने पर 90 दिन में रकम दोगुनी होगी। इसके लिए कंपनी ने बेवसाइट पर जाकर बीट क्वाइन खरीदी प्रक्रिया की जानकारी दी थी। फ्यूचर बीट कंपनी का संचालक माइक लुसी उर्फ बहारुद्दीन बिन मोहम्मद यूनुस कुछ ही दिन में निवेशकों से करीब 38 लाख 28 हजार 775 रुपए जमा कर गायब हो गया। अपराध दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया।

लुकआउट सर्कुलर : माइक लुसी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ और खोजबीन शुरू हुई। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त अर्चित चांडक को पता चला कि माइक लुसी दिल्ली एयरपोर्ट से विदेश भागने की तैयारी में है। संपर्क किया गया। दिल्ली एयरपोर्ट अॅथारिटी ने माइक लुसी को गिरफ्त में लिया और इसके बाद उसे नागपुर की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस टीम के हवाले कर दिया। दिल्ली से उसे सहायक पुलिस निरीक्षक संघर्षी, हवलदार योगेश और नीलेश गिरफ्तार कर नागपुर लाए। आरोपी माइक लुसी इस समय पुलिस रिमांड पर है।

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