उपलब्धि: बिमला देउस्कर 16500 फीट की ऊंचाई पर पहुंचीं

13 भारतीय साहसी महिलाओं की टीम में नागपुर से भी शामिल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-14 09:46 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला पद्म भूषण बछेंद्री पाल के नेतृत्व में 13 भारतीय महिला साहसी लोगों की एक टीम ने अरुणाचल प्रदेश में 16500 फीट ऊंचे गोरीचेन ग्लेशियर पर चढ़ाई की। इस दल में नागपुर की पर्वतारोही बिमला देउस्कर भी शामिल थीं। ‘समिट्स एंड स्टीयरिंग व्हील' नामक अभियान का आर्मी एडवेंचर और इनक्रेडिबल इंडिया डेस्टिनेशन अरुणाचल प्रदेश के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसमें 50 से 85 वर्ष की आयु वर्ग की महिला पर्वतारोहियों ने भाग लिया। इसमें पद्मश्री बछेंद्री पाल के साथ पद्मश्री चंद्रप्रभा ऐतवाल (82), वसुमथी श्रीनिवासन (70), बिमला देउस्कर (56), मेजर कृष्णा दुबे (57), गंगोत्री इंदुमती (64), पायो मुर्मू (55), कमांडेंट सीमा टोलिया (52), एल. अन्नपूर्णा (53), सुषमा बीसा (57), आशा तोमर (67), मीनाक्षी पोपली (67) और शिल्पा (61) शामिल रहीं।

14 को प्रशिक्षित किया : प्रसिद्ध पर्वतारोही और राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार विजेता बिमला देउस्कर ने 14 एवरेस्ट पर्वतारोहियों को प्रशिक्षित किया है। उन्होंने पिछले साल ट्रांस हिमालयन ट्रेक में भाग लिया था। बिमला का एक्सिडेंट हो गया और उनकी कूल्हे की हड्डी टूट गई। उनकी डाॅ. निर्भय करंदीकर ने सफल सर्जरी की। उससे बिमला ने बड़े साहस और आत्मविश्वास के साथ इस अभियान में भाग लिया और इस अभियान को चलाया भी।

सभी महिलाओं की उम्र 50 से अधिक : बिमला ने कहा कि 11 अक्टूबर 2023 को आर्मी एडवेंचर सेल के निदेशक कर्नल चौहान ने निमास, दिरांग से हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की। महिला टीम ने कुछ सबसे दुर्गम और कठिन मार्गों को पार करके, बोमडी ला, सेला पास और बुम ला से यात्रा करके और जिमीथांग गोरसम चोर्टेन मठ और तवांग मठ जैसे आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करके यह उपलब्धि हासिल की। सभी महिलाएं 50 वर्ष से अधिक उम्र की थीं। सभी ने बड़े धैर्य और लगन से इस मिशन को पूरा किया।

महिलाओं के लिए बिमला बनीं रोल मॉडल : शारीरिक और मानसिक साहस की परीक्षा लेने वाले इस अभियान में अन्य महिलाओं के साथ बिमला देउस्कर ने विश्व स्तर पर महिलाओं को सामाजिक मानदंडों को तोड़ने के साथ-साथ अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया है। चोट से उबरने के बाद 16500 फीट की ऊंचाई पर चढ़ने वाली बिमला सभी महिलाओं के लिए ‘रोल मॉडल' बन गई हैं।

Tags:    

Similar News