तैयारी: मराठा समाज के पिछड़ेपन की जांच के लिए जल्द सर्वेक्षण
- चार दिन में सर्वे पूरा करने की योजना है
- जिलाधीश डा. विपिन इटनकर ने दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मराठा समाज के सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन की जांच के लिए राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा दी गई प्रश्नावली के अनुसार जिले में एक सर्वेक्षण किया जाएगा। जिलाधीश डा. विपिन इटनकर ने प्रशिक्षण के बाद प्रत्येक 100 परिवारों पर एक प्रगणक नियुक्त कर सर्वे का कार्य चार दिन में पूरा करने की योजना बनाने के निर्देश दिए। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा दी गई प्रश्नावली के अनुसार जिले में सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसे देखते हुए आज जिलाधीश कार्यालय के बचत भवन में जिलाधीश की अध्यक्षता में बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश : जिलाधीश डा. इटनकर ने कहा कि सौ परिवारों पर एक प्रगणक नियुक्त करें। इस पूरे सर्वेक्षण अभियान के लिए तालुका स्तर पर तहसीलदार इंसीडेंट कमांडर होंगे और उन्हें प्रगणकों की नियुक्ति का अधिकार होगा। उनके पास पटवारी, पुलिस पाटील, कोतवाल, शिक्षक, आशा सेविका, ग्राम पंचायत कर्मचारी सहित आवश्यक गणनाकारों को नियुक्त करने का अधिकार होगा। इसके साथ ही आवश्यकतानुसार रिजर्व स्टाफ भी नियुक्त किया जाए। सोशल मीडिया के माध्यम से सर्वे के बारे में गलत जानकारी फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रकार होगा नियोजन : पुणे की गोखले इंस्टीट्यूट, सर्वेक्षण कार्य के लिए सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है और यह सॉफ्टवेयर यूजर फ्रेंडली होगा। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा एक हैंडहेल्ड डिवाइस के माध्यम से बहुविकल्पीय प्रारूप में तैयार प्रश्नावली में जानकारी प्रगणकों को भरनी है। जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर नियुक्त किये जाएंगे। उसके बाद सभी प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सर्वे के कार्य को आसान एवं तेजी से करने के लिए सख्ती से नियोजन पर काम करने के निर्देश उन्होंने दिए। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त डाॅ. सुनील लहाने, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हर्ष पोद्दार, निवासी उपजिलाधीश सुभाष चौधरी सहित जिले के सभी उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, नगर परिषद और नगर पंचायत के मुख्याधिकारी उपस्थित थे।