उपक्रम: नागपुर में ग्रीन अर्थ क्लीन अर्थ पर राष्ट्रीय सम्मेलन ,10 फरवरी को आयोजन
- पृथ्वी संरक्षण, भविष्य संरक्षण, वसुंधरा संवर्धन थीम पर चर्चा
- देश भर से 150 प्रतिनिधि होंगे सहभागी
- जलवायु परिवर्तन पर मार्गदर्शन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। "ग्रीन अर्थ क्लीन अर्थ' विषय पर 10 फरवरी को एलएडी श्रीमती एंड आरपी कॉलेज फॉर वुमेन की ओर से राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यह सम्मेलन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. पूजा पाठक के मार्गदर्शन में आईक्यूएसी की एक पहल है। पत्र परिषद में प्राचार्य डाॅ. पूजा पाठक ने यह जानकारी दी।
यह करेंगे मार्गदर्शन : प्राचार्य ने आगे बताया कि पृथ्वी संरक्षण, भविष्य संरक्षण, वसंुधरा संवर्धन थीम के तहत यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर शाश्वत विकास के लक्ष्य के अनुरूप स्वच्छ और हरित पृथ्वी की रणनीतियों पर चर्चा और कार्यान्वयन हेतु विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, विद्वानों और विचारकों को एक साथ लाने का प्रयास है। उद्धाटन सत्र के मुख्य अतिथि के तौर पर नागपुर विद्यापीठ के प्र-कुलगुरु डॉ. संजय दुधे और वुमेन एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष एड. सुनील मनोहर उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की पूर्व सलाहकार वैज्ञानिक संचिता जिंदल स्वच्छ और हरित पृथ्वी के लिए अपशिष्ट प्रबंधन पर अपना मुख्य भाषण देंगी। एसोसिएट प्रोफेसर, ग्रामीण क्षेत्र के लिए प्रौद्योगिकी विकल्प केंद्र, आईआईटी पवई, मुंबई के विशाल सरदेशपांडे "जलवायु परिवर्तन और निरंतरता से निपटने के लिए उपयुक्त प्रौद्याेगिकी की भूमिका पर प्रयोग' विषय पर मार्गदर्शन करेंगे। इसके अलावा पर्यावरण और डब्ल्यू.एस.पी इंडिया की टीम लीडर उत्तरा पांडे "स्वदेशी तरीकों से परिस्थितिक तंत्र की बहाली' विषय पर और सेंटर फॉर पीपल्स कलेक्टिव के निर्देशक डॉ. प्रवीण मोते जलवायु परिवर्तन पर मार्गदर्शन करेंगे।
150 प्रतिनिधि शामिल होंगे : वीएनआईटी के प्रोफेसर डॉ. राहुल रालेगांवकर, सामविद इंटरनेशनल प्रा. लि. के संस्थापक और प्रबंध निर्देशक मुकुंद पात्रिकर, महाराष्ट्र एकेडमी आॅफ साइंस फेलो, रसायनशास्त्र विभाग प्रमुख और महिला सेल वीएनआईटी नागपुर की पूर्व अध्यक्ष प्रो. डॉ. अनुपमा कुमार तकनीकी सत्र की अध्यक्ष होंगी। सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में शोधकर्ता और विद्वानों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों की अध्यक्षता में पेपर प्रस्तुतियां भी होंगी। डॉ. टुटू सेनगुप्ता, डॉ. नंदा राठी, डॉ. संगीता सहस्त्रबुद्धे पेपर प्रस्तुतिकरण सत्र की अध्यक्ष होंगी। सम्मेलन में पूरे भारत से 150 प्रतिनिधि सहभागी होने वाले हैं। पत्र परिषद में उपप्राचार्य डॉ. किरण पाटील एवं डॉ. बापट, समन्वयक डॉ. िदपाली चहांदे, सह-समन्वयक डॉ. प्रचिती बगाडे, डॉ. मिनाक्षी कुलकर्णी और आईक्यूएसी सह-समन्वयक कांचन बदे उपस्थित थे।