भंडार: नागपुर यूनिवर्सिटी के आधुनिक लैब में 3 हजार खनिज, जीवाश्मों का विशाल संग्रह
- नागपुर विश्वविद्यालय में आईआईटी जैसी लैब
- जर्मनी से आया माइक्रोस्कोप
- सूक्ष्म विषयों का अध्ययन कर सकेंगे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग में एक आधुनिक प्रौद्योगिकी लैब बनाई गई है। इस मॉड्यूलर ऑप्टिकल लैब में खनिजों, चट्टानों, जीवाश्मों आदि के 3 हजार से अधिक नमूने एकत्र किए गए हैं। विशेष बात यह है कि, इस लैब में जर्मनी से माइक्रोस्कोप लाया गया है। इस माइक्रोस्कोप की सहायता से छात्र बड़ी स्क्रीन के आधार पर अधिक सूक्ष्म विषयों का अध्ययन कर सकेंगे। इसके अलावा, माइक्रोस्कोप से छवि बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी, इसलिए छात्रों को पढ़ाना भी आसान होगा।
निरीक्षण से संतुष्ट : कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी के हाथों हाल ही में इस आईआईटी जैसी अाधुनिक लैब का शुभारंभ किया गया। इस समय कुलसचिव डॉ. राजू हिवसे, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. प्रशांत माहेश्वरी, डॉ. प्रशांत कडू, डॉ. कीर्तिकुमार रणदिवे, ज्ञानस्रोत केंद्र के संचालक डॉ. विजय खंडाल प्रमुखता से उपस्थित थे। इसके बाद सभी मान्यवरों ने भूविज्ञान विभाग के मेटामॉर्फिक पेट्रोलॉजी लैब, इग्नीयस पेट्रोलॉजी लैब, मिनरलॉजी लैब, सेडीमेंट्री पेट्रोलॉजी लैब और ओअर जियोलॉजी लैब का निरीक्षण किया और संतुष्टि जताई।
नागपुर राज्य का एकमात्र विश्वविद्यालय : भूविज्ञान विभाग में नए शुरू किए गए अत्याधुनिक लैब से मेट्रोलॉजी, खनन और भूविज्ञान के विज्ञान में अनुसंधान में काफी मदद मिलेगी। नागपुर विश्वविद्यालय ऐसी आधुनिक लैब बनाने वाला महाराष्ट्र का एकमात्र विश्वविद्यालय बना है। यह सुविधा केवल आईआईटी में उपलब्ध है। अब नागपुर विश्वविद्यालय के छात्रों को यह सुविधा मिलने वाली है। इस आधुनिक लैब का उपयोग सीमेंट उद्योग, स्टील उद्योग सहित विभिन्न प्रकार के परीक्षणों के लिए किया जाएगा।
राधाकृष्ण मंदिर में आदिवासी कलाकार देंगे भजनों की प्रस्तुति : राधाकृष्ण मंदिर व एकल श्री हरि वनवासी विकास ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार, 30 जनवरी को शाम 4 से 6.30 बजे तक श्री राधा कृष्ण भवन, वर्धमान नगर में आदिवासी कलाकारों की ओर से भजन, सत्संग, आरती होगी। इस अवसर पर प्रसाद का आयोजन किया गया है। राधाकृष्ण मंदिर के मैनेजिंग ट्रस्टी पवन कुमार पोद्दार व बी.सी. भरतीया ने सभी भक्तों से उपस्थिति की अपील की है। सफलतार्थ अंजना मानसिंहका, गीता मालपानी, रेखा जोशी, आंचल भोजवानी, जयश्री बियानी, उमा केसान, मंजू हुरकट, सरिता करवा, सुमन मेहाडिया, गोविंद बाहेती, मधुसूदन सारडा, सुधीर केडिया, मुकेश खंडेलवाल, मुरारीलाल अग्रवाल, हरीश राठी, प्रवेश लोहिया, ऋषि खुंगर, सुनील केसान आदि प्रयासरत हैं।