आक्रोश: संविधान बदलने वाला वीडियो वायरल, आक्रोशितों ने थाने का किया घेराव, आरोपी गिरफ्तार
- सामाजिक संगठनों ने थाने के समक्ष किया विरोध
- पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल , मामला दर्ज
- होगी कड़ी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, नागपुर । यहां कंट्रोल वाड़ी निवासी एक 40 वर्षीय युवक ने वॉट्स एप पर डाले संविधान बदलने का वीडियो वायरल होने पर सामाजिक संगठन के सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने वाड़ी थाने का घेराव करने पर पुलिस प्रशासन ने मामला दर्ज आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। आरोपी जेरॉक्स दुकान संचालक विशाल रमेश जैस्वाल (40) है। उसने 15 अप्रेल को यह वीडियो वॉट्स एप स्टेटस पर रखा था। आरोपी ने पुलिस को भी इसके माध्यम से गालियां दी थीं, जो वायरल हो गई थीं। इस मामले में शिकायतकर्ता मनीष डेनियल बोरकर की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया। इस मामले को गंभीरता से लेकर पीआई राजेश तटकरे ने कड़ी कारवाई करने के निर्देश दिए थे। आरोपी विशाल जैस्वाल को धारा 295 अ, 505 (2) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। आरोपी को न्यायालय ने जेल भेज दिया है।
मतदान पर भारी न पड़ जाएं विवाह के मुहूर्त : जिला प्रशासन 75 फीसदी मतदान के लिए जी जान से लगा है, लेकिन जिला प्रशासन के इन प्रयासों पर विवाह के मुहूर्त भारी न पड़ जाए यह चिंता सभी को सता रही है। 17, 18 व 19 अप्रैल को शादियों की भरमार है।
लोकसभा चुनाव - 2019 में नागपुर में केवल 54 फीसदी मतदान हुआ था। देश के सबसे बड़े पर्व लोकसभा चुनाव में लोगों की कम भागीदारी लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। चुनाव आयोग ने जहां कम मतदान हुआ, वहां मिशन डिस्टिंक्शन (75 फीसदी) के लिए काम करने को कहा। जिला प्रशासन विविध उपक्रम व कार्यक्रम लेकर लोगांे को मतदान के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। स्कूल-कालेज से लेकर युवा व बुजुर्गों से संपर्क कर विविध कार्यक्रम लिए जा रहे हैं। मतदान के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के लिए युवा व बुजुर्गों की दौड़ का भी आयोजन हुआ। नागपुर में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। 17, 18 व 19 अप्रैल को शादियों की भरमार है। इन तीन दिनों में जिले में करीब 300 जगह शादियों के आयोजन होेने की जानकारी है। लॉन, हॉल व भवन शादियों के लिए बुक हो चुके हैं।
17 अप्रैल को रामनवमी हैै आैर रामनवमी के दिन बगैर मुहूर्त देखे ही विवाह किए जाते हैं। इस दिन विवाह कार्यक्रमों की भरमार है। इसी तरह 18 व 19 अप्रैल को भी जगह-जगह विवाह कार्यक्रम है। लोग विवाह समारोह में व्यस्त रहेंगे आैर इसका असर मतदान पर होने की चिंता है। मतदान का फर्ज निभाकर विवाह समारोह में शामिल होने वाले कम ही दिखाई देते हैं। एक विवाह समारोह में सामान्यत: 500-1000 लोग शामिल होते हैं आैर इसमें से कितने लोग पहले मतदान व बाद में खानपान करेंगे यह कह पाना कठिन है।