सीबीआई: एनएचएआई के जीएम व डीजीएम समेत 6 गिरफ्तार, 20 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ा

  • सीबीआई ने जीएम को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा
  • नागपुर, भोपाल व अन्य जगह छापा
  • एक करोड़ से अधिक नकदी मिली

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-04 09:13 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर, केंद्रीय जांच ब्यूरो दिल्ली की टीम ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के महाप्रबंधक व प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद काले को 20 लाख की घूस लेते हुए उन्हीं के घर से गिरफ्तार किया। महाप्रबंधक की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने मध्यप्रदेश के हरदा से एनएचएआई के उपमहाप्रबंधक ब्रजेश कुमार साहू व बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो निदेशक व दो कर्मचारियों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने आरोपियोें के नागपुर, भोपाल व हरदा के कार्यालय व घरों की तलाशी ली। घर व कार्यालयों से कुल 1 करोड़ 10 लाख (रिश्वत के 20 लाख समेत) की बरामदगी हुई। सीबीआई की कार्रवाई से एनएचएआई के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। आरोपियों को सोमवार को विशेष कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।

शिकायत मिलने पर जाल बिछाया

एनएचएआई नागपुर के अंतर्गत कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। एनचएआई के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ठेका कंपनी से पैसे लेकर आसानी से कंप्लीशन सर्टिफिकेट व बिल पास करने की शिकायत सीबीआई दिल्ली को मिली थी। भोपाल बेस बंसल कंस्ट्रक्शन वर्क्स प्रा. लि. द्वारा अधिकारियों को घूस देकर यह गोरखधंधा करने की शिकायत मिली। कंपनी के कर्मचारी सी. कृष्णा द्वारा रविवार को एनएचएआई के जीएम अरविंद काले को 20 लाख की घूस देने की शिकायत मिली। सीबीआई ने जीएम काले के नरेेंद्र नगर स्थित घर के आस-पास जाल बिछाया और 20 लाख की रिश्वत लेते हुए जीएम काले को गिरफ्तार किया। घूस देने वाले सी. कृष्णा को भी गिरफ्तार किया।

कई प्रोजेक्ट के इंचार्ज

शहर के सबसे बड़े इंदोरा-दिघोरी फ्लाई ओवर की जिम्मेदारी जीएम काले पर थी। 9 किमी लंबे इस फ्लाई आेवर पर करीब 900 करोड़ का खर्च अनुमानित है। फिलहाल यह काम जोर-शोर से चल रहा है। जीएम काले कई प्रोजेक्ट के इंचार्ज हैं।

गडकरी के कार्यक्रम में थे शामिल

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने शनिवार को मौदा में नदी पर बनने वाले पुल का भूमिपूजन किया। 200 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का काम एनएचएआई करेगी। प्रोजेक्ट के डायरेक्टर भी अरविंद काले हैं। शनिवार को भूमिपूजन कार्यक्रम में अरविंद काले भी मौजूद थे। मंत्री, सांसद व विधायकों ने एनएचएआई के काम की तारीफ की आैर 24 घंटे के भीतर ही जीएम घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार हो गए।

नागपुर में दोबारा हुई थी पोस्टिंग

एनएचएआई नागपुर के जीएम अरविंद काले 10 साल पहले नागपुर में पदस्थ थे। नागपुर में 4 साल से अधिक समय तक काम किया। इसके बाद उनका तबादला धुलिया और फिर आैरंगाबाद में हुआ था। एक साल पहले ही फिर से नागपुर में पदस्थ हुए। शहर के सबसे बड़े प्रोजेक्ट इंदोरा-दिघोरी फ्लाई आेवर व भंडारा रोड की जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी।

काले को हिल टॉप ऑफिस ले जाकर की गई तलाशी

गिरफ्तारी के बाद सीबीआई अधिकारी आरोपी जीएम अरविंद काले को उनके वर्मा ले-आउट हिल टॉप स्थित प्रोजेक्ट ऑफिस ले गई। रविवार होने से कार्यालय बंद था। सीबीआई ने ऑफिस खुलवाया और यहां की तलाशी ली। आफिस से आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने की खबर है। सीबीआई ने नागपुर, भोपाल व हरदा में तलाशी के दौरान मिले दस्तावेज जब्त किए।

कार्यक्षेत्र विदर्भ व मराठवाड़ा तक है

केंद्रीय मंत्री गडकरी के प्रयासों से नागपुर जिले में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। एनएचएआई कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। एनएचएआई नागपुर में सीजीएम स्तर का अधिकारी बैठता है और इसका कार्यक्षेत्र विदर्भ व मराठवाड़ा तक है।

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