सावधान!: उपराजधानी में 40 फीसदी मरीजों को सिर व गर्दन का कैंसर, अध्ययन में हुआ खुलासा
- रातुम कैंसर हॉस्पिटल दो साल के अध्ययन में हुआ खुलासा
- 40 फीसदी मरीजों को सिर व गर्दन का कैंसर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी को भले ही मेडिकल हब के रुप में जाना जाता है, लेकिन यहां गंभीर बीमारियों के मामले भी बढ़ते जा रहा हैं। यहां कैंसर पीड़ितों में 40 फीसदी मरीजों को सिर व गर्दन का कैंसर पाया गया है। राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज कैंसर हॉस्पिटल (आरएसटी) के अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दो साल तक विविध प्रकार के कैंसर का अध्ययन कर पुष्टि की है। 27 जुलाई को सिर व गर्दन (हेड एंड नेक या एचएनसी) कैंसर स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर जारी किये गए आंकड़े भयावह स्थिति से अवगत करा रहे हैं।
8327 मरीजों के कैंसर का अध्ययन
आरएसटी कैंसर हॉस्पिटल में दो साल तक कैंसरग्रस्तों पर अध्ययन किया गया। विशेषज्ञ डॉक्टर अनिरुद्ध वाघ और अनुसंधान विशेषज्ञ डॉ. रेवू शिवकला के नेतृत्व में अध्ययन किया गया। 2020 से 20244 तक कैंसर का उपचार करवा रहे 8327 मरीजों के कैंसर पर अध्ययन हुआ। विविध प्रकार के कैंसर का ब्योरा जमा किया गया। इनमें से 40 फीसदी यानि 3316 मरीजों को सिर व गर्दन का कैंसर पाया गया। इनमें 25 फीसदी यानि 834 महिलाएं व 75 फीसदी यानि 2482 पुरुष मरीज थे। यानि महिला मरीजों के मुकाबले पुरुष मरीजों की संख्या 60 फीसदी अधिक है। आरएसटी कैंसर अस्पताल के रेडियोथेरेपी विभाग प्रमुख डॉ. करतार सिंह ने कैंसर का कारण बननेवाले तत्वों का देर से पता चलना दुखदायी बताया है। इससे कैंसर पीड़ितों का प्रमाण बढ़ रहा है। अस्पताल के सलाहकार डॉ. बी. के. शर्मा ने बताया कि कैंसर की रोकथाम के लिए समय पर जांच, नियमित उपचार और देखभाल की नीतियां लागू करने से कैंसर को नियंत्रित कर रोका जा सकता है।
देश में एचएनसी कैंसर का प्रमाण 30 फीसदी
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेड एंड नेक सर्जरी के अनुसार देश में सिर व गर्दन के कैंसर का प्रमाण 30 फीसदी है। जिन लोगों को यह कैंसर होता है, उनमें तंबाकू व तंबाकूजन्य पदार्थों का सेवन प्रमुख कारण पाया गया है। कैंसर में तंबाकू व तंबाकूजन्य पदार्थों के सेवन को मुख्य कारण माना जाता है। तंबाकू सेवन करनेपर रोक लगाने के लिए जागरुकता जरुरी है। इसके अलावा अन्य कारणों में शराब का सेवन, सुपारी का उपयोग, एचपीवी संक्रमण, ईबीवी संक्रमण अादि कारण है। बताया गया कि दुनिया में सिर व गर्दन का कैंसर सातवें क्रमांक पर है। इसके कारण सालाना 3.25 लाख मौत होती है। अध्ययनों में खुलासा हुआ है कि सभी प्रकार के कैंसरों का कुल 26 फीसदी पुरुषों व 8 फीसदी महिलाओं को सिर व गर्दन का कैंसर हाेता है।